गुना। ये पहला मौका था जब ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में मची भगदड़ की तरफ इशारा कर रहे थे, लेकिन अपना वो दर्द साझा कर रहे थे. 2020 से जो उनके भीतर जज्बा है. ब्लेम गेम से हमेशा दूर रहने वाले सिंधिया ने नाम किसी का नहीं लिया. लेकिन ईटीवी भारत से बातचीत में वो सबकुछ कह दिया जो कांग्रेस छोड़ने के बाद से कभी उनकी जुबान पर नहीं आया था. सिंधिया ने कहा जो छोड़ रहे हैं कांग्रेस वो इस पार्टी के बंधुआ नहीं थे. सिंधिया के इस बयान में उनकी निजी पीड़ा भी शामिल थी. ईटीवी भारत से खास बातचीत में ये पीड़ा सामने आई.
सिंधिया ने क्यों कहा-कांग्रेस छोड़ने वाले बंधुआ मजदूर नहीं थे
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ईटीवी भारत से बातचीत में कांग्रेस में मची भगदड़ पर कहा कि ''कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से बैंकरप्ट हो चुकी है. पार्टी से हर दिन एक व्यक्ति छोड़कर जा रहा है.'' उन्होंने कहा कि ''कोई बंधुआ मजदूर नहीं है कांग्रेस पार्टी का, कांग्रेस की गलत विचराधारा है.'' असल में कांग्रेस छोड़ने के बाद से कांग्रेस की ओर से हमेशा सिंधिया को लेकर ये कटाक्ष किया गया कि उन्हें तो पार्टी ने बहुत कुछ दिया उसके बाद भी उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी. सिंधिया ने किसी का नाम लिये बगैर इशारों में ना सिर्फ उन्होंने बयानों पर पलटवार किया, बल्कि ईटीवी भारत से खास बातचीत में उनकी ये पीड़ा भी पहली बाहर आ गई. सिंधिया ने कहा कि ''पार्टी में ये विचारधारा है कि आप मेरे बंधुआ मजदूर हों, मैंने आपको ये दिया, मैंने आपको वो दिया. पार्टी बनती है लोगों के साथ. किसी संस्था को उसका मानव संसाधन खड़ा करता है. संस्था से मानव संसाधन नहीं खड़ा किया जाता.''
राहुल गांधी पर बिना नाम लिए निशाना
सिंधिया ने जब से कांग्रेस छोड़ी है उन्होंने सीधे तौर पर पलटवार कम किए हैं. इस बार भी उन्होंने राहुल गाधी का नाम लिए बगैर कहा कि ''कांग्रेस में ये स्थिति हो गई हर दिन कोई ना कोई पार्टी छोड़ रहा है. कांग्रेस पूरी तरह से खोखली हो चुकी है. खास बात ये है कि नेतृत्व ही अपने आप पार्टी को नेतृत्व हीन कर रहा है. कांग्रेस को दीमक चाट चुकी है.''