ग्वालियर : भारतीय रेल यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक सफर मुहैया कराने के लिए लगातार कार्यरत है, आधुनिक ट्रेन हो या पुख्ता सुरक्षा प्रणाली समय-समय पर रेलवे सिस्टम अपग्रेड होता रहता है. दिल्ली-नागपुर रूट के तहत चल रहा 1100 किलोमीटर का थर्ड रेलवे लाइन प्रोजेक्ट भी अब लगभग पूरा होने को है. वहीं भोपाल से दिल्ली के बीच थर्ड लाइन का काम भी करीब करीब करीब पूरा हो चुका है. ग्वालियर-आगरा रूट पर तीसरी लाइन पर रेलवे द्वारा ट्रेनों की आवाजाही भी शुरू कर दी गई है, जिससे यात्रियों को काफी फायदा मिलने जा रहा है.
भोपाल ग्वालियर के बीच सरपट पर दौड़ेंगी ट्रेन
भारतीय रेलवे द्वारा दिल्ली नागपुर रूट पर तीसरी रेलवे लाइन बिछाने का काम अलग-अलग हिस्सों में किया जा रहा है. जिसके तहत मध्यप्रदेश में भी भोपाल से लेकर दिल्ली तक का 700 किलोमीटर का थर्ड रेलवे ट्रैक अपना आकार ले चुका है. इसी के साथ भोपाल से ग्वालियर और ग्वालियर से आगरा तक का काम पूरा होने के साथ ही ट्रेनों के लिए यह ट्रैक खोल दिया गया है.
आगरा ग्वालियर के बीच ट्रेन ट्रैक का काम पूरा
करीब दो साल से जारी तीसरा ट्रैक का काम अब पूरा हो गया है. इसके तहत एमपी के भोपाल से झांसी और दिल्ली तक ट्रैक पूरे कर लिए गए हैं. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक ग्वालियर और आगरा के बीच सबसे महत्वपूर्ण कड़ी चम्बल नदी का पुल का काम पूरा हो चुका है. पुल तैयार होने के बाद उस पर ट्रैक बिछाने का काम खत्म हो गया है. तीसरी लाइन की स्थिति देखते हुए अब काम पूरा होने के बाद इसी ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही भी शुरू कर दी गई है.
चम्बल पुल पूरा होने के साथ पूरा हुआ ट्रैक
रेल मंडल झांसी के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार शर्मा ने कहा, '' रेलवे द्वारा तीसरी लाइन प्रोजेक्ट का काम तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा, जिसके तहत भोपाल से झांसी और झांसी से दिल्ली तक का रूट दो हिस्सों में बांटा गया है. इनमें पहले हिस्से के तौर पर झांसी, दतिया, डबरा, ग्वालियर, मुरैना, धौलपुर और आगरा कैंट तक का काम पूरा हो चुका है. आने वाले समय में आगरा से दिल्ली तक का ट्रैक जल्द पूरा हो जाएगा. तीसरी लाइन चालू होने से यात्रियों को सबसे ज्यादा फायदा होगा क्योंकि इस लाइन की वजह से किसी भी ट्रेन को अब वहां से गुजरने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा.''