भोपाल. पुलिस के मुताबिक आरोपी इंस्टाग्राम पर सस्ते आईफोन का ऐसा लालच देते थे कि लोग इनके मायाजाल में फंस जाते थे. ये इंस्टाग्राम पर एड के जरिए लोगों को बेहद कम कीमत पर आकर्षक आईफोन देने का झांसा देते थे और वॉट्सएप बिजनेस अकाउंट से धोखाधड़ी को अंजाम देते थे. आरोपियों ने इसके लिए किराए के मकान में रहकर 1 साल में कई लोगों से ठगी की पर आखिर में भोपाल पुलिस के हत्थे चढ़ गए.
ऐसे सामने आया आईफोन के नाम पर ठगी का मामला
भोपाल क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया, '' पूर्व में प्राप्त एक शिकायतों के आधार पर क्राइम ब्रांच (सायबर) जिला भोपाल की टीम ने इंस्टाग्राम पर विज्ञापन के माध्यम से आईफोन कम कीमत पर बेचने के नाम पर संगठित गिरोह के पांच आरोपियों को पकड़ा है. भोपाल की रहने वाली एक फरियादी द्वारा सायबर क्राइम भोपाल में लिखित आवेदन दिया गया था कि उसने इंस्टाग्राम पर इंटीग्रिटी मोबाइल नाम से आईफोन का विज्ञापन देखा था, जिसे बुक करने के बाद आवेदिका को वॉट्सएप नंबर पर पेमैंट का लिंक आया था. इसके बाद आवेदिका से अलग-अलग माध्यम से कस्टम ड्यूटी और रीफंड आदि का झांसा देकर 1 लाख 88 हजार 999 रु की ठगी की गई.''
ऐसे होता था ठगी का खोल
फरियादी की शिकायत के बाद साइबर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तकनीकी साक्ष्य जुटाने शुरू किए. पुलिस ने पाया कि आरोपियों ने इंस्टाग्राम पर कम कीमत पर मंहगे मोबाइल बेचने का विज्ञापन देने के लिए इंस्टाग्राम पर Integrity_mobile नाम का पेज बनाया था. यहां संपर्क के लिए वाट्सएप मोबाइल नंबर दिया जाता था. जो ग्राहक नंबर पर संपर्क करता था उससे आरोपी आशीष यादव कम कीमत पर मंहगे मोबाइल देने की डील फायनल करता था. इसके बाद 5999 रु रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर जमा कराता और ठगी का खेल शुरू होता था.
ठगे गए 100 से ज्यादा लोग
सस्ते आईफोन के लोभ में 100 से ज्यादा लोग इस फ्रॉड का शिकार हुए. आरोपी उन्हें रजिस्ट्रेशन के 5999 रु के बाद स्वयं के द्वारा तैयार किया गया फर्जी बिल भेज देता, जिससे ग्राहक का भरोसा बढ़ जाता. इसके बाद कस्टम ड्यटी, जीएसटी और विभिन्न प्रकार के चार्ज के नाम पर लोगों से धोखाधडी की जाती. खाते में पैसा आने के बाद गिरोह के अभिषेक यादव और अंकित कुमार एटीएम से पैसा नगद निकालकर अन्य खातों में जमा कर देते, जिससे पैसों की ऑनलाइन ट्रेल को तोड़ा जा सके.
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भोपाल साइबर सेल की टीम ने तकनीकी साक्ष्यों व एनालिसिस के जरिए आरोपियों को दिल्ली में खोज निकाला और पूरे गिरोह को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के पास से अपराध में प्रयुक्त 7 मोबाइल फोन, 11 सिम कार्ड, 2 बैंक पासबुक, 5 चेकबबुक, 3 मोबाइल बिल बुक और 10 विभिन्न बैंको के एटीएम कार्ड जब्त कर अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.