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विवादों में फिल्म 'आलिया बसु गायब है', ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड का फतवा, इसलिए न देखें मुसलमान - Aliya Basu Gayab Hai Controversy - ALIYA BASU GAYAB HAI CONTROVERSY

बॉलीवुड फिल्म 'आलिया बसु गायब है' थियेटरों में रिलीज हो गई है. मुस्लिम धर्मावलंबी इस फिल्म का विरोध जता रहे हैं. राजधानी भोपाल में ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने फिल्म के विरोध में फतवा जारी किया है. जिसमें उन्होंने अपने संप्रदाय के लोगों से यह फिल्म न देखने की अपील की है. पढ़िए क्या है विवाद की वजह

ALIYA BASU GAYAB HAI CONTROVERSY
फिल्म 'आलिया बसु गायब है को लेकर ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड का फतवा (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 21, 2024, 4:33 PM IST

Updated : Aug 21, 2024, 4:54 PM IST

भोपाल: हाल में ही देश के सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म 'आलिया बसु गायब है', को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. इस फिल्म में कुछ आपत्तिजनक सीन को लेकर मुस्लिम धर्मावलंबी इसके विरोध में खड़े हो गए हैं. राजधानी भोपाल में भी बुधवार को इस संबंध में ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने एक पत्रकारवार्ता का आयोजन किया. जिसमें उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगों से इस फिल्म का बहिष्कार करने की बात कही है. इस संबंध में फतवा भी जारी किया गया है.

ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड का फतवा (ETV Bharat)

यह है विवाद की वजह

ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष काजी सैयद अनस अली ने बताया कि 'इस्लाम एक पवित्र धर्म है. इसमें केवल नेचुरल प्यार की बात कही गई है, लेकिन जिस तरह से फिल्म आलिया बसु गायब है, में पात्र दिखाए गए हैं, वो निंदनीय और गैर इस्लामिक है. अनस अली ने बताया कि जिस्मानी जरुरतों को पूरा करने के लिए कुदरत ने मर्द और औरत को बनाया है, लेकिन इस फिल्म में बॉलीवुड अभिनेता विनय पाठक और एक मुस्लिम एक्टर सलीम दीवान को एक-दूसरे के साथ गे और बाय सेक्सुअल अभिनय को दिखाया गया है, वो एक मुसलमान के लिए हराम है.'

फिल्म न देखने के लिए जारी किया फतवा

अनस अली ने पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि 'यदि फिल्मों में इस तरह के रोल मुस्लिम एक्टर करेंगे, तो उन्हें समझना चाहिए कि वो समाज को किस दिशा में लेकर जा रहे हैं. इस बारे में वो बिल्कुल नहीं सोच रहे हैं, ये शर्म की बात है. हालांकि अब यह फिल्म सिनेमाघरों में लग चुकी है. हम सेंसर बोर्ड में भी आपत्तिजनक सीन को हटाने की मांग कर रहे हैं. वहीं हमारी मुस्लिम समाज के लोगों से भी अपील है कि फिल्म 'आलिया बसु गायब है' का बायकाट करें और न तो इस फिल्म को देखने जाएं, बल्कि दूसरों को भी जाने से रोकें. इससे समाज में गलत धारणाएं पैदा होंगी और गलत कुरीतियों को बल मिलेगा. इस संबंध में ऑल इंडिया उलामा बोर्ड ने फतवा भी जारी किया है.'

यहां पढ़ें...

आपत्तिजनक नारे लगाने वाले बजरंग दल कार्यकर्ताओं को मिली जमानत, फिल्म पठान को लेकर किया था विरोध

एमपी में फिल्म पठान के शो कैंसिल, हिंदू संगठनों का भोपाल, इंदौर सहित कई शहरों में विरोध

यह है फिल्म की कहानी

विनय पाठक, राइमा सेना और सलीम दीवान स्टारर फिल्म 'आलिया बसु गायब है', करीब 1 घंटे 43 मिनट की फिल्म है. इस में पूरी कहानी तीन किरदार विक्रम यानि विनय पाठक, दीपक यानि सलीम दीवान और आलिया बसु यानि राइमा सेन के इर्द-गिर्द घूमती है. आलिया बसु एक अमीर उद्योगपति गौतम बसु की बेटी है. विक्रम और दीपक पैसे के लिए उनको किडनैप कर लेते हैं. इसके बाद आलिया के पिता से फिरौती के 5 करोड़ रुपये की मांग करते हैं. आलिया इन लोगों से छूटने के लिए खुद काफी प्रयास करती हैं. आखिरी में फिरौती की राशि देना तय होता है, लेकिन दोनों एक्टर जब तय जगह पर पहुंचते हैं, तो उन्हें अपने साथ हुए धोखे का अहसास होता है. इस फिल्म में विक्रम और दीपक के बीच बायसेक्सुअल संबंध दिखाए गए हैं.

भोपाल: हाल में ही देश के सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म 'आलिया बसु गायब है', को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. इस फिल्म में कुछ आपत्तिजनक सीन को लेकर मुस्लिम धर्मावलंबी इसके विरोध में खड़े हो गए हैं. राजधानी भोपाल में भी बुधवार को इस संबंध में ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने एक पत्रकारवार्ता का आयोजन किया. जिसमें उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगों से इस फिल्म का बहिष्कार करने की बात कही है. इस संबंध में फतवा भी जारी किया गया है.

ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड का फतवा (ETV Bharat)

यह है विवाद की वजह

ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष काजी सैयद अनस अली ने बताया कि 'इस्लाम एक पवित्र धर्म है. इसमें केवल नेचुरल प्यार की बात कही गई है, लेकिन जिस तरह से फिल्म आलिया बसु गायब है, में पात्र दिखाए गए हैं, वो निंदनीय और गैर इस्लामिक है. अनस अली ने बताया कि जिस्मानी जरुरतों को पूरा करने के लिए कुदरत ने मर्द और औरत को बनाया है, लेकिन इस फिल्म में बॉलीवुड अभिनेता विनय पाठक और एक मुस्लिम एक्टर सलीम दीवान को एक-दूसरे के साथ गे और बाय सेक्सुअल अभिनय को दिखाया गया है, वो एक मुसलमान के लिए हराम है.'

फिल्म न देखने के लिए जारी किया फतवा

अनस अली ने पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि 'यदि फिल्मों में इस तरह के रोल मुस्लिम एक्टर करेंगे, तो उन्हें समझना चाहिए कि वो समाज को किस दिशा में लेकर जा रहे हैं. इस बारे में वो बिल्कुल नहीं सोच रहे हैं, ये शर्म की बात है. हालांकि अब यह फिल्म सिनेमाघरों में लग चुकी है. हम सेंसर बोर्ड में भी आपत्तिजनक सीन को हटाने की मांग कर रहे हैं. वहीं हमारी मुस्लिम समाज के लोगों से भी अपील है कि फिल्म 'आलिया बसु गायब है' का बायकाट करें और न तो इस फिल्म को देखने जाएं, बल्कि दूसरों को भी जाने से रोकें. इससे समाज में गलत धारणाएं पैदा होंगी और गलत कुरीतियों को बल मिलेगा. इस संबंध में ऑल इंडिया उलामा बोर्ड ने फतवा भी जारी किया है.'

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आपत्तिजनक नारे लगाने वाले बजरंग दल कार्यकर्ताओं को मिली जमानत, फिल्म पठान को लेकर किया था विरोध

एमपी में फिल्म पठान के शो कैंसिल, हिंदू संगठनों का भोपाल, इंदौर सहित कई शहरों में विरोध

यह है फिल्म की कहानी

विनय पाठक, राइमा सेना और सलीम दीवान स्टारर फिल्म 'आलिया बसु गायब है', करीब 1 घंटे 43 मिनट की फिल्म है. इस में पूरी कहानी तीन किरदार विक्रम यानि विनय पाठक, दीपक यानि सलीम दीवान और आलिया बसु यानि राइमा सेन के इर्द-गिर्द घूमती है. आलिया बसु एक अमीर उद्योगपति गौतम बसु की बेटी है. विक्रम और दीपक पैसे के लिए उनको किडनैप कर लेते हैं. इसके बाद आलिया के पिता से फिरौती के 5 करोड़ रुपये की मांग करते हैं. आलिया इन लोगों से छूटने के लिए खुद काफी प्रयास करती हैं. आखिरी में फिरौती की राशि देना तय होता है, लेकिन दोनों एक्टर जब तय जगह पर पहुंचते हैं, तो उन्हें अपने साथ हुए धोखे का अहसास होता है. इस फिल्म में विक्रम और दीपक के बीच बायसेक्सुअल संबंध दिखाए गए हैं.

Last Updated : Aug 21, 2024, 4:54 PM IST
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