भोपाल। मध्यप्रदेश का स्थापना दिवस 01 नवंबर को है. इसे मनाने के लिए दो दिन पहले से 5 दिवसीय राज्योत्सव बुधवार को शुरू हुआ. राज्योत्सव का शुभारंभ भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया. इस दौरान आर्मी इक्यूपमेंट की प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया गया. इसके साथ ही मध्यप्रदेश गान, गणेश वंदना के बाद टीटी नगर स्टेडियम के खिलाड़ियों ने मलखंब का प्रदर्शन किया. थ्री ईएमई सेंटर के जवानों द्वारा आकर्षक बैंड की प्रस्तुति दी गई.
मध्यप्रदेश फूड बास्केट, सबसे स्वच्छ शहर भी यहीं
राज्योत्सव का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा "मध्यप्रदेश अपनी कई विशेताओं को समेटे हुए है. ये देश का फूड बॉस्केट है तो सोयाबीन भी प्रदेश का गौरव बढ़ा रहा है. बिजली का प्रदेश है तो यहां बाघ भी हैं. अब नया गौरव जुड़ा है, चीता स्टेट का. इंदौर लगातार 7 सालों से देश का सबसे स्वच्छ शहर है तो भोपाल देश की सबसे स्वच्छतम राजधानी है. हमें 7 बार कृषि कर्मण अवार्ड भी मिल चुका है." अगले 4 दिन अपनी पुरानी परंपराओं पर आधारित कार्यक्रम पेश किए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा "दीपावली के बाद गोवर्धन पूजा का सरकारी स्तर पर आयोजन होगा."
मुझे प्रसन्नता है...
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 30, 2024
ये अन्न से सम्पन्न प्रदेश है,
तो सोयाबीन प्रदेश भी है।
ये स्वच्छ और हीरा प्रदेश है,
तो टाइगर और चीता प्रदेश भी है। pic.twitter.com/HaPEVMNp5h
भगवान श्री राम ने बढ़ाया मध्यप्रदेश का गौरव
मुख्यमंत्री ने कहा "धर्म अध्यात्म की त्रिवेणी सतपुड़ा की इस धरिता पर मध्यप्रदेश गौरव से इठलाता भी है और गर्व से सीना ताने पूरे देश में अपनी अलग पहचान बनाता है. लोक कला, जनजातियां मालवा का गौरवशाली इतिहास हमारे सामने हैं. हमारे राज्य में लोग राजा विक्रमादित्य के पराक्रम को जानते हैं तो राजा भोज का गौरवशाली इतिहास भी पता है. भगवान श्री राम ने यहां 11 साल से अधिक समय तक वनवास गुजारा, जिससे हमारा इतिहास और भी गौरवशाली है." आज चित्रकूट धाम दुनिया को अपनी ओर लालायति करता है. गुप्त गोदावरी से मंदाकिली तक इनके धाराओं के एक-एक लहरों से हमारे इतिहास को पढ़ा जा सकता है.
इस बार का स्थापना दिवस सुखद संयोग लेकर आया
सीएम ने कहा "इस बार का स्थापना दिवस में इतना सुखद संयोग है कि एक तरफ दीपोत्सव चल रहा है तो दूसरी ओर राज्योत्सव मना रहे हैं. मध्यप्रदेश का यह 69 वां राज्योत्सव लगातर 5 दिनों तक चलने वाला है. अगले 4 दिन प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा." उन्होंने कहा कि मलखंब में अपने बल कौशल के साथ अभी नौ प्रतिभाओं ने प्रदर्शन किया. ये खेल हमारी पुरानी विधाओं से भी जोड़ता है. कार्यक्रम सीएम यादव के साथ मुख्य सचिव अनुराग जैन, मंत्री कृष्णा गौर, सांसद आलोक शर्मा और विधायक रामेश्वर शर्मा के साथ अन्य जनप्रतिनिधि और सरकार के बड़े अधिकारी मौजूद रहे.