जयपुर: भजनलाल सरकार ने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के एक और फैसले को पलटते हुए गांधी वाटिका ट्रस्ट को खत्म करने का बिल विधानसभा में पास कर दिया है. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बयान जारी कर सरकार पर निशाना साधा है. गहलोत ने एक्स पर बयान जारी कर कहा- 'हमारी सरकार ने राजस्थान में गांधीजी की विचारधारा के प्रसार के लिए शांति एवं अहिंसा विभाग तथा सेंट्रल पार्क, जयपुर में गांधी वाटिका म्यूजियम बनाया था. परंतु भाजपा सरकार ने पहले विभाग को खत्म किया और अब गांधी वाटिका म्यूजियम के संचालक ट्रस्ट को खत्म करने का बिल पास कर दिया. गांधी वाटिका म्यूजियम का संचालन ट्रस्ट के जरिए करने का उद्देश्य था कि उसमें जाने-माने गांधी विचारक रहें एवं सरकार बदलने का इस पर कोई असर ना पड़े.'
उन्होंने कहा- 'गांधी पीस फाउंडेशन के लोगों को इससे जोड़ा गया. जिससे इसका बेहतर संचालन हो. परंतु 24 सितंबर 2023 को लोकार्पण के बावजूद ना तो गांधी वाटिका म्यूजियम को जनता के लिए नई सरकार ने खोला और ना ही इस ट्रस्ट को काम करने दिया.'
हमारी सरकार ने राजस्थान में गांधीजी की विचारधारा के प्रसार के लिए शांति एवं अहिंसा विभाग तथा सेंट्रल पार्क, जयपुर में गांधी वाटिका म्यूजियम बनाया था परन्तु भाजपा सरकार ने पहले विभाग को खत्म किया एवं अब गांधी वाटिका म्यूजियम के संचालक ट्रस्ट को खत्म करने का बिल पास कर दिया।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 31, 2024
गांधी…
कब खोला जाएगा म्यूजियम, बताए सरकारअपने बयान में अशोक गहलोत ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री से इस म्यूजियम को शुरू करने का निवेदन किया था. भाजपा सरकार ने ट्रस्ट को भी समाप्त कर दिया जो दुर्भाग्यपूर्ण है. भाजपा की सरकार अब गांधी वाटिका म्यूजियम को आम जनता के लिए कब प्रारंभ करेगी. तारीख की अविलंब घोषणा करनी चाहिए.