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काम के एवज में पटवारी ले रहा था नोटों की गड्डी, लोकायुक्त ने दिन में दिखाए तारे - BETUL LOKAYUKTA CAUGHT PATWARI

बैतूल में पटवारी ने भूमि सीमांकन करने के बाद रिपोर्ट देने के एवज में मांगी थी 10 हजार रुपए की रिश्वत.

BETUL LOKAYUKTA CAUGHT PATWARI
रिश्वत लेते पटवारी गिरफ्तार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 29, 2024, 1:26 PM IST

बैतूल: आठनेर में लोकायुक्त की टीम ने एक पटवारी को 4 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में अरेस्ट किया है. शिकायतकर्ता किसान ने पटवारी पर आरोप लगाते हुए लोकायुक्त को शिकायत की थी कि पटवारी भूमि का सीमांकन करने के बाद प्रतिवेदन देने के एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है. किसान की शिकायत पर लोकायुक्त की टीम गुरुवार को भोपाल से तहसील कार्यालय आठनेर पहुंची. जहां जाल बिछाकर पटवारी को 4000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.

शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त का एक्शन

आठनेर तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम सावंगी निवासी किसान कमलेश चढ़ोकर 27 नवंबर को लोकायुक्त कार्यालय भोपाल पहुंचे. जहां लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक भोपाल के समक्ष पेश होकर पटवारी के खिलाफ रिश्वत मांगने की लिखित शिकायत दी. किसान ने अपनी शिकायत में बताया कि ग्राम गोलखेड़ा में उसकी 1 एकड़ 406 डिस्मिल कृषि भूमि है. इसके सीमांकन के लिए उसके द्वारा लोक सेवा गारंटी में 3 अक्टूबर 2024 को आवेदन किया गया था. जिसके आधार पर पटवारी प्रफुल्ल बारस्कर द्वारा 25 अक्टूबर को भूमि की नपाई की गई, लेकिन सीमा निर्धारण नहीं किया गया.

किसान ने लोकायुक्त में की शिकायत (ETV Bharat)

फिर लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा

किसान ने जब पटवारी प्रफुल्ल बारस्कर से मिलकर सीमा निर्धारण और सीमांकन प्रतिवेदन देने की बात कही, तो पटवारी द्वारा 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई. जिसकी किसान ने लोकायुक्त भोपाल में शिकायत की. इसके बाद लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर शिकायत का सत्यापन किया गया, तो शिकायत सही पाई गई. इसके बाद लोकायुक्त भोपाल की टीम ने आठनेर में किसान को अपने पास से 4000 रुपए देकर पटवारी के पास भेजा. जैसी ही पटवारी ने किसाने से रुपए लिए पीछे से लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया. लोकायुक्त की टीम द्वारा संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.

लोकायुक्त अधिकारी की कहना है

लोकायुक्त निरीक्षक रजनी तिवारी ने बताया, " पटवारी द्वारा किसान से जमीन के सीमांकन का प्रतिवेदन देने के लिए 10 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी. जिस पर किसान ने लोकायुक्त में मामले की शिकायत की. इसके बाद पटवारी को ₹4000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है."

बैतूल: आठनेर में लोकायुक्त की टीम ने एक पटवारी को 4 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में अरेस्ट किया है. शिकायतकर्ता किसान ने पटवारी पर आरोप लगाते हुए लोकायुक्त को शिकायत की थी कि पटवारी भूमि का सीमांकन करने के बाद प्रतिवेदन देने के एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है. किसान की शिकायत पर लोकायुक्त की टीम गुरुवार को भोपाल से तहसील कार्यालय आठनेर पहुंची. जहां जाल बिछाकर पटवारी को 4000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.

शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त का एक्शन

आठनेर तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम सावंगी निवासी किसान कमलेश चढ़ोकर 27 नवंबर को लोकायुक्त कार्यालय भोपाल पहुंचे. जहां लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक भोपाल के समक्ष पेश होकर पटवारी के खिलाफ रिश्वत मांगने की लिखित शिकायत दी. किसान ने अपनी शिकायत में बताया कि ग्राम गोलखेड़ा में उसकी 1 एकड़ 406 डिस्मिल कृषि भूमि है. इसके सीमांकन के लिए उसके द्वारा लोक सेवा गारंटी में 3 अक्टूबर 2024 को आवेदन किया गया था. जिसके आधार पर पटवारी प्रफुल्ल बारस्कर द्वारा 25 अक्टूबर को भूमि की नपाई की गई, लेकिन सीमा निर्धारण नहीं किया गया.

किसान ने लोकायुक्त में की शिकायत (ETV Bharat)

फिर लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा

किसान ने जब पटवारी प्रफुल्ल बारस्कर से मिलकर सीमा निर्धारण और सीमांकन प्रतिवेदन देने की बात कही, तो पटवारी द्वारा 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई. जिसकी किसान ने लोकायुक्त भोपाल में शिकायत की. इसके बाद लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर शिकायत का सत्यापन किया गया, तो शिकायत सही पाई गई. इसके बाद लोकायुक्त भोपाल की टीम ने आठनेर में किसान को अपने पास से 4000 रुपए देकर पटवारी के पास भेजा. जैसी ही पटवारी ने किसाने से रुपए लिए पीछे से लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया. लोकायुक्त की टीम द्वारा संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.

लोकायुक्त अधिकारी की कहना है

लोकायुक्त निरीक्षक रजनी तिवारी ने बताया, " पटवारी द्वारा किसान से जमीन के सीमांकन का प्रतिवेदन देने के लिए 10 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी. जिस पर किसान ने लोकायुक्त में मामले की शिकायत की. इसके बाद पटवारी को ₹4000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है."

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