बेगूसरायः बिहार के बेगूसराय जिले में बीपीएससी पास एक शिक्षक और शिक्षिका ने जाति की दीवार को तोड़ डाली और विवाह के बंधन में बंध गये. दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे और इस प्यार को उन्होंने जन्म भर का रिश्ता बनाते हुए मंदिर में सादगीपूर्ण समारोह में 7 फेरे लिए.
सैकड़ों लोगों ने दिया वर-वधू का आशीर्वादः मामला जिले के बीरपुर थाना इलाके का है. जहां के रहनेवाले शिक्षक और शिक्षिका काफी दिनों से एक-दूसरे से प्यार करते थे, लेकिन जाति और समाज के डर से इस प्यार को रिश्ते में बदल नहीं पा रहे थे. आखिरकार दोनों ने हिम्मत जुटाई और विवाह का फैसला किया. जिसके बाद दोनों ने रविवार को माता जयमंगला के दरबार में विवाह किया. इस मौके पर वहां मौजूद सैकड़ों लोगों ने वर-वधू का अपना आशीर्वाद दिया और सुखी भविष्य की कामना की.
चर्चा का विषय बना अंतरजातीय विवाहः जानकारी के मुताबिक रविवार को माता जयमंगला के दरबार में दोनों ने पुजारी से शादी कराने के लिए कहा. पुजारी के ज्यादा पूछताछ करने पर दोनों हनुमान मंदिर चले गये. हालांकि कुछ समय बाद ही मंदिर मंदिर प्रशासन को इसकी सूचना मिली तो मंदिर प्रशासन के लोग वहां पहुंचे और माता जयमंगला के दरबार में ये आदर्श विवाह संपन्न हुआ. वर-वधू अलग-अलग जाति से हैं, इसलिए ये शादी इलाके में चर्चा का विषय भी बन गयी है.
बीपीएससी शिक्षक और शिक्षिका के मंदिर में शादी के मामले में मंझौल के थानाध्यक्ष रिशा कुमारी ने बताया की ''शादी के वक्त मैं मौजूद नहीं थी. बेगूसराय से लौटने के बाद दोनों के शादी की जानकारी प्राप्त हुईं.''
विवाह के बाद माता रानी का लिया आशीर्वादः विवाह संपन्न होने के बाद वर-वधू ने माता जयमंगला के दरबार में पूजा अर्चना की और सुखी भविष्य के लिए माता रानी का आशीर्वाद भी लिया. बता दें कि दोनों वर-वधू बीपीएससी पास शिक्षक हैं और अलग-अलग स्कूलों में पदस्थापित हैं.