बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार भाटापारा जिले में लगातार बारिश से हालात खराब हैं. भाटापारा में जनपद पंचायत कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, एसडीओपी कार्यालय, ग्रामीण थाना, बलौदाबाजार जाने वाली कई सड़क करीब एक किलोमीटर तक पानी से डुबी हुई है.
बच्चे सड़क पर आने जाने वाली गाड़ियों के सामने खेल रहे हैं. बलौदाबाजार से बिलासपुर, बेमेतरा, मुंगेली, अकलतरा, रायपुर मार्ग प्रभावित है. इन सभी जगह से संपर्क टूट गया है
1 थाना-भाटापारा ग्रामीण
सेमरिया घाट पुल से आवागमन बंद
2 थाना -गिधपुरी
अमेठी घाट पुल से आवाजाही बंद
3 थाना- सिमगा
ग्राम गणेशपुर में भरा पानी
4 कोनी घाट, पनपुरवा घाट, सिल्वा घाट बंद
5 थाना- सुहेला
झीपन नाला बंद
6 थाना -हथबंद
भंवरगढ़ नाला बंद
बलौदाबाजार में पानी निकासी ठप: भाटापारा नगर पालिका को उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है. लेकिन बारिश ने शहर की पानी निकासी की व्यवस्था की पोल खोल दी है. सड़़कों में लबालब पानी भरा हुआ है.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल बेहाल: तमाम सरकारी कार्यालय, स्कूलों और पंचायत भवनों में पानी घुस चुका है. पलारी बिजली विभाग, स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलारी कार्यालय परिसर में पानी भरा हुआ है. करीब तीन से चार फीट पानी भर चुका है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पानी भर जाने से मरीजों की मुश्किल बढ़ गई है. बलौदाबाजार में डायरिया से एक महिला की मौत भी हो चुकी है.
बारिश से भाटापारा शहर ज्यादा प्रभावित: भाटापारा में घरों में बारिश का पानी घुस गया है. आने-जाने का रास्ता बंद हो गया है. लोग अब पंप की मदद से अपने घरों में घुसे पानी को बाहर निकाल रहे हैं.
सालों से हालात नहीं सुधरे: बलौदाबाजार और भाटापारा दोनों को जोड़ कर बलौदाबाजार भाटापारा जिला बनाया गया है. जिला बने 12 साल बीत चुके हैं, लेकिन हालात नहीं सुधरे.
पार्षद ने बताया कि वार्ड 15 में 15 से 20 वार्डो के नाली का पानी आता है. पिछले दो तीन दिन तक लगातार खूब बारिश हुई. बारिश के बाद पानी का बहाव ऐसा हुआ कि भाटापारा शहर में लोगों के घरों तक पहुंच गया. लोगों के घरों में 3 फीट तक पानी भरा हुआ है. मकान गिरने का खतरा है और जहरीले जंतु आने की भी संभावना रहती है.
बारिश से किसानों की फसल खराब होने की कगार पर: भारी बारिश के चलते खेत लबालब हो गए हैं. किसानों को फसल की चिंता सता रही है. बारिश के पानी की निकासी का साधन नहीं होने से बीज पानी में सड़ने की आशंका है.