बलौदाबाजार: कलेक्टर दीपक सोनी आज खुद मिट्टी से बने दीये लेने के लिए बलौदाबाजार में निकले. मिट्टी के दीये खरीदने के बाद कलेक्टर ने बाकी ग्राहकों से मिट्टी के दीये ही लेने की अपील की. कलेक्टर ने कहा कि कुम्हारों और हस्तशिल्पकारों के बने दीये खरीदें. स्व सहायता समूह और कुम्हारों से दीये खरीदने पर उनको उनकी मेहतर का वाजिब हक मिलता है. स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है. कलेक्टर ने दीपक सोनी ने मिट्टी के दीये बेचने वालों से बातचीत भी की.
दीये खरीदने निकले कलेक्टर सर: दुकानदारों को त्योहार की बधाई देने के साथ उनको बड़ा तोहफा भी दिया. कलेक्टर ने कहा कि आप आराम से अपनी दुकानदारी करें. दुकान लगाने का कोई भी टैक्स नगरपालिका की ओर से आपसे नहीं लिया जाएगा. कलेक्टर ने बताया कि टैक्स नहीं लिए जाने का फरमान भी जारी कर दिया गया है. कलेक्टर ने कुम्हारों को बताया कि माटी कला बोर्ड के जरिए उनको इलेक्ट्रॉनिक चाक देने की भी तैयारी है. कलेक्टर ने लोगों से मिट्टी के दीये खरीदने की अपील भी की.
दीपावली के त्योहार के लिए मिट्टी के दीये लेने निकला हूं. लोग स्थानीय दुकानदारों से सामान की खरीदारी करें जिससे उनकी आय बढ़े. लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा दें. नगर निगम को निर्देश दिए गए हैं कि वो इन दुकानदारों से टैक्स की वसूली नहीं करें. :दीपक सोनी, कलेक्टर, बलौदाबाजार
मिट्टी के बने सामानों की बढ़ी डिमांड: दीपावली के बाजार में हर बार की तरह इस बार भी चीनी लाइटों की भरमार है. पर लोग इस बार चीनी लाइटों की जगह मिट्टी के दीयों को ही तरजीह दे रहे हैं. बलौदाबाजार में इस बार स्व सहायता समूह की महिलाओं के बनाए दीयों की डिमांड भी खूब है. इस बार दीपावली पर ग्रीन पटाखों की भी डिमांड बढ़ी है. दीपावली पर इस्तेमाल किए जाने वाले मिट्टी के दीये बॉयोडिग्रेडेबल होते हैं. पर्यवारण के लिहाज से अच्छे रहते हैं. लोगों को भी चाहिए कि पर्यवारण के लिहाज से जो चीज अच्छी हो उसे ही इस्तेमाल में लाएं.