ETV Bharat / state

बालाघाट में मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी भंडारित हजारों क्विंटल धान बारिश की भेंट चढ़ी - balaghat update - BALAGHAT UPDATE

Balagaht Rain Hailstorm : बालाघाट में मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान की बोरियों को कवर नहीं किया गया. इस कारण बारिश के कारण खुले में पड़ी धान भीग गई. अब प्रशासन जांच का हवाला देकर मामले को रफादफा करने में जुटा है.

Balagaht Rain Hailstorm
बालाघाट में हजारों क्विंटल धान बारिश से भीगा
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Mar 21, 2024, 12:12 PM IST

बालाघाट में भंडारित हजारों क्विंटल धान बारिश की भेंट चढ़ी

बालाघाट। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने जहां एक ओर किसानों की फसल को चौपट कर दिया है, तो वहीं दूसरी ओर समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदी गई हजारों क्विंटल धान लापरवाही के चलते बारिश की भेंट चढ़ गई. मामला बालाघाट जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर डोंगरिया स्थित ओपन कैब का है. जहां शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी कर भंडारित किया गया है. यहां भंडारित धान का मिलर्स द्वारा उठाव किया जा रहा है, लेकिन अभी भी भारी मात्रा में यहां पर धान के ढेर लगे हुए हैं.

भीगी धान अंकुरित होकर हो जाएगी खराब

कुछ दिनों से जिले में बारिश ने कहर बरपाया है. इसको लेकर मौसम विभाग द्वारा पहले ही आगाह करा दिया गया था. बावजूद इसके जिम्मेदारों ने ओपन कैब में भंडारित धान को समय पर ढंकने का कार्य नहीं किया, जिसके चलते हजारों क्विंटल धान पानी मे भीग गया. जो आने वाले समय मे अंकुरित होकर खराब हो जाएगा. मगर इस बात से जवाबदारों को कोई सरोकार नहीं है. भंडारित धान को तिरपाल आदि से कवर नहीं किया गया. जबकि शासन द्वारा इनकी सुरक्षा के लिये पर्याप्त मात्रा में आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराया जाता है.

Balagaht Rain Hailstorm
बालाघाट में बारिश से भीगी धान की बोरियां

ये खबरें भी पढ़ें...

शहडोल में किसान को एक झटके में 15 से 20 लाख का नुकसान, कहा-डूब गई पूंजी नई फसल कैसे लगाएं

किसानों पर कुदरत का कहर, बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने तैयार फसल की चौपट, ईटीवी से बयां किया दर्द

जिम्मेदारों की लापरवाही, अब प्रशासन दे रहा जांच का हवाला

क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि ऐसा यहां पहली बार नहीं हुआ है. इसके पहले भी इस तरह की लापवाही का मंजर देखने मिला है. जिसके चलते लाखों क्विंटल धान बारिश की भेंट चढ़ गया. कुछ ग्रामीणों का कहना है कि जवाबदारों द्वारा जानबूझकर धान की बोरियों को कवर नहीं किया जाता है. बाद में जितना धान खराब होता है, उससे ज्यादा सरकारी आंकड़े में दर्शाकर बंदरबाट कर लिया जाता है. इस मामले में एसडीएम कमल सिंहवार का कहना है "बीते दिन से हो रही बारिश को देखते हुए फूड इंस्पेक्टर और कैब प्रबंधन को निर्देशित किया गया है कि धान को पूरी तरह ढंककर रखें. धान भीगने की जांच की जाएगी."

बालाघाट में भंडारित हजारों क्विंटल धान बारिश की भेंट चढ़ी

बालाघाट। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने जहां एक ओर किसानों की फसल को चौपट कर दिया है, तो वहीं दूसरी ओर समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदी गई हजारों क्विंटल धान लापरवाही के चलते बारिश की भेंट चढ़ गई. मामला बालाघाट जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर डोंगरिया स्थित ओपन कैब का है. जहां शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी कर भंडारित किया गया है. यहां भंडारित धान का मिलर्स द्वारा उठाव किया जा रहा है, लेकिन अभी भी भारी मात्रा में यहां पर धान के ढेर लगे हुए हैं.

भीगी धान अंकुरित होकर हो जाएगी खराब

कुछ दिनों से जिले में बारिश ने कहर बरपाया है. इसको लेकर मौसम विभाग द्वारा पहले ही आगाह करा दिया गया था. बावजूद इसके जिम्मेदारों ने ओपन कैब में भंडारित धान को समय पर ढंकने का कार्य नहीं किया, जिसके चलते हजारों क्विंटल धान पानी मे भीग गया. जो आने वाले समय मे अंकुरित होकर खराब हो जाएगा. मगर इस बात से जवाबदारों को कोई सरोकार नहीं है. भंडारित धान को तिरपाल आदि से कवर नहीं किया गया. जबकि शासन द्वारा इनकी सुरक्षा के लिये पर्याप्त मात्रा में आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराया जाता है.

Balagaht Rain Hailstorm
बालाघाट में बारिश से भीगी धान की बोरियां

ये खबरें भी पढ़ें...

शहडोल में किसान को एक झटके में 15 से 20 लाख का नुकसान, कहा-डूब गई पूंजी नई फसल कैसे लगाएं

किसानों पर कुदरत का कहर, बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने तैयार फसल की चौपट, ईटीवी से बयां किया दर्द

जिम्मेदारों की लापरवाही, अब प्रशासन दे रहा जांच का हवाला

क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि ऐसा यहां पहली बार नहीं हुआ है. इसके पहले भी इस तरह की लापवाही का मंजर देखने मिला है. जिसके चलते लाखों क्विंटल धान बारिश की भेंट चढ़ गया. कुछ ग्रामीणों का कहना है कि जवाबदारों द्वारा जानबूझकर धान की बोरियों को कवर नहीं किया जाता है. बाद में जितना धान खराब होता है, उससे ज्यादा सरकारी आंकड़े में दर्शाकर बंदरबाट कर लिया जाता है. इस मामले में एसडीएम कमल सिंहवार का कहना है "बीते दिन से हो रही बारिश को देखते हुए फूड इंस्पेक्टर और कैब प्रबंधन को निर्देशित किया गया है कि धान को पूरी तरह ढंककर रखें. धान भीगने की जांच की जाएगी."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.