बालाघाट: जिला प्रशासन की टीम ने बालाघाट राइस मिल से लगभग 50 लाख रु का चावल बरामद किया है. बताया जा रहा है कि यह चावल राइस मिलर्स द्वारा यूपी-बिहार से मंगवाया गया था. नागरिक आपूर्ति निगम के अनुबंधित गुणवत्ता निरीक्षक कुलदीप शरणागत ने चावल के सैंपल की जांच की. जांच में पता चला कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के चावल में पाया जाने वाला फोर्टिफाइड राइस कर्नल (एफआरके) पाया गया है, जिसे लेकर जिले में चावल की कालाबाजारी करने की आशंका जताई जा रही है.
देर रात तक चली कार्रवाई
बालाघाट नगर से लगे क्षेत्रों में रात को कलेक्टर मृणाल मीना के आदेश पर 2 राइस मिलों की जांच की गई. जांच के लिए एसडीएम वारासिवनी आरआर पांडे द्वारा दल गठित कर जांच प्रारम्भ की गई. खाद्य आपूर्ति अधिकारी सुनील किरार ने बताया, " रात 10 बजे से देर रात 1 बजे तक कार्रवाई चलती रही. इस दौरान लालबर्रा तहसील के बहराई स्थित श्लोक राइस मिल की जांच की गई."
- 60 क्विंटल सरकारी चावल के साथ पकड़े गए तस्कर, मुरैना पुलिस ने ऐसे कसा शिकंजा
- राजस्थान से आई बुंदेलखंड के किसानों के लिए 700 बोरी नकली खाद, पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा
2 हजार क्विंटल चावल जब्त
सुनिल किरार ने बताया, "विस्तृत जांच करने पर पाया गया कि राइस मिल संचालक द्वारा धान मिलिंग के लिए इस वर्ष नागरिक आपूर्ति निगम से 213 लॉट का अनुबंध किया गया है. जिसमें मिलर द्वारा 13 लॉट का उठाव कर, 2 लॉट का चावल नागरिक आपूर्ति निगम को जमा किया गया है. मौके पर से लगभग 2 हजार क्विंटल चावल जब्त कर आगामी आदेश तक मिल संचालक की सुपुर्दगी में दिया गया. मौके पर पंचनामा एवं मिल संचालक के कथन दर्ज कर प्रकरण तैयार किया गया. जांच दल द्वारा इसी कड़ी में सौरभ राइस मिल गर्रा की भी जांच की गई, जिसमें मिल यूनिट बंद पाई गई और मिल परिसर में बारदानों का ट्रक खड़ा पाया गया."