बालाघाट/शहडोल। लोकतंत्र के इस महापर्व का आगाज शुरू हो चुका है. ऐसे में बात अगर बालाघाट की करें तो यहां पर सुबह 7 बजे से ही मतदान प्रक्रिया प्रारम्भ हो चुकी है. चूंकि बालाघाट जिला नक्सल प्रभावित जिला है. जिसको लेकर यहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किये गये हैं. इसके अलावा एक हेलीकॉप्टर भी उपलब्ध कराया गया गया है. जो इस इस पूरी प्रक्रिया में अपनी अहम भूमिका निभाएगा. इसी तरह शहडोल लोकसभा सीट में भी मतदाताओं में गजब का उत्साह देखने मिल रहा है.
बालाघाट के मतदाताओं में उत्साह
बालाघाट जिले के दूरस्त वनांचल क्षेत्रों में लोकतंत्र के इस महापर्व का गजब का उत्साह देखने मिल रहा है. सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लंबी-लंबी कतारें नजर आ रही है. सबसे खास बात यह कि लोकतंत्र के इस महापर्व में महिलाओं का उत्साह देखते ही बन रहा है. सुबह से ही महिलाओं ने पोलिंग बूथ का रुख कर लिया है. जहां पर भारी संख्या में उनकी भीड़ सुबह से ही नजर आने लगी है. हालांकि ग्रीष्म काल के कारण भी सुबह से ही लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है, लेकिन इनमें सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की ही है.
बालाघाट में त्रिकोणीय मुकाबला
बालाघाट में अबकी बार कांग्रेस-बीजेपी में आमने सामने की लड़ाई है. इसके अलावा यहां बसपा भी समीकरणों को बिगाड़ने का माद्दा रखती है. भाजपा से यहां भारती पारधी मैदान पर हैं तो कांग्रेस ने सम्राट सिंह सरस्वार को मैदान में उतारा गया है. इसके अलावा बसपा से कंकर मुंजारे चुनाव लड़ रहे हैं. जो दोनो पार्टियों के समीकरणों को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं. कुल मिलाकर अबकी बार बालाघाट में त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है.
संवेदनशील पोलिंग बूथ में शाम 4 बजे तक वोटिंग
बालाघाट सिवनी लोकसभा संसदीय क्षेत्र में 8 विधानसभा क्षेत्र आतें है. जहां कुल 13 प्रत्याशी मैदान में हैं. जिनके लिए 18 लाख 73 हजार 653 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. वहीं सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि निर्भीक, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से मतदान प्रक्रिया को सम्पन्न कराया जा सके. बालाघाट जिले के नक्सल प्रभावित तहसीलें बैहर, परसवाड़ा और लांजी में सुबह 7 बजे से 4 बजे तक मतदान होगा. इसके अलावा शेष जगहों पर शाम 6 बजे तक मतदान किया जा सकेगा. बालाघाट में 319 नक्सल प्रभावित संवेदनशील मतदान केंद्र हैं. जबकि 58 अति संवेदनशील मतदान केंद्र है.
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शहडोल में मतदाताओं बोले-सिर्फ विकास मुद्दा
इसी तरह शहडोल लोकसभा सीट आदिवासी बाहुल्य सीट है. यहां भी मतदाताओं में अच्छा खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. सुबह से ही तेजी के साथ मतदान हो रहा है. लोग बढ़ चढ़कर मतदान में हिस्सा ले रहे हैं. शहडोल लोकसभा सीट में देखा जाए तो ज्यादातर आबादी गांव की है. ईटीवी भारत ने कई गांव के मतदान स्थल का जायजा लिया और वोटर्स से भी बात की. अलग-अलग वोटर का अलग-अलग कहना है सुबह से ही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए पहुंच रहे हैं. मतदाताओं का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए. जब हमने उनसे पूछा किस मुद्दे के साथ आपने वोट किया तो ज्यादातर लोगों का एक ही कहना है कि विकास ही एक मुद्दा है और इस मुद्दे को लेकर ही उन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है.