बालाघाट: शहर में लगातार झमाझम बारिश जारी है, जिससे शहर के कई क्षेत्रों सहित ग्रामीण इलाकों में जलमग्न जैसे हालात पैदा हो गए हैं. जिला प्रशासन ने बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिए है. वहीं, नदी नाले उफान पर होने से कई सड़क पानी में डूब गई है जिससे लोगों का आवागमन ठप हो गया है. बताया जा रहा है कि लामता से बालाघाट का सम्पर्क भी टूट गया है. वहीं, बढ़ते पानी को देखते हुए भीमगढ़ बांध के 7 गेट खोल दिए गए हैं, जिससे वैनगंगा नदी के किनारे बसे करीब आधा दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं.
कई गांवों में बाढ़ का अलर्ट
जिले में बीते 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश कटंगी में और सबसे कम खैरलांजी तहसील में दर्ज की गई है. संजय सरोवर परियोजना के भीमगढ़ बांध में पानी भर जाने से बांध के 7 गेट खोल दिए गए हैं, जिससे लगातार 70 हजार घन फिट पानी प्रति सेकेंड छोड़ा जा रहा है. इसके कारण वैनगंगा नदी में जलस्तर बढ़ गया है और इसके किनारे स्थित गांवों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है. वहीं, वैनगंगा किनारे बसे लोग गांव छोड़कर अपने रिश्तेदारों और सरकारी स्कूलों सहित अन्य सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं.
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धान की फसल बाढ़ में डूबी
मंगलवार को सुबह प्रशासन ने बाढ़ ग्रसित क्षेत्रों के लोगों को उनके रिश्तेदारों के घरों तक पहुंचाने में मदद की है. देवसर्रा के 2 परिवारों, सेमरा टोला के 3 घर और छोटी कुम्हारी के करीब 30 घरों के सदस्यों को बाढ़ से बचाने के लिए उनके रिश्तेदारों के घर पर पहुंचाया गया. वहीं, ग्रामीण क्षेत्र के नालों में पानी भर जाने से आवागमन जोखिम भरा हो गया है. रेंग टोला से दीनी रोड पर आवागमन बाधित हो गया है. नदी के किनारे बसे कई गांव और धान की फसल भी डूब गए हैं. लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है.