इंदौर: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने बयानों और हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहते हैं. धीरेंद्र शास्त्री के दिए बयान कई पर चर्चा के साथ विवाद की वजह भी बन जाते हैं. वहीं रविवार को धीरेंद्र शास्त्री मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर पहुंचे. यहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए वक्फ बोर्ड मामले पर अपना बयान दिया. साथ ही पदयात्रा निकालने का भी जिक्र किया.
धीरेंद्र शास्त्री के वक्फ बोर्ड पर बोल
इंदौर पहुंचे बागेश्वर सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री का स्वागत कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने किया. इस दौरान बागेश्वर सरकार के कई भक्त फूल बरसाते और उनकी एक झलक देखने के लिए खड़े दिए. मीडिया से बात करते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने वक्फ बोर्ड पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि 'वक्फ बोर्ड वालों की मनमानी नहीं चलेगी. वक्फ बोर्ड वाले कहीं पर भी बोर्ड लगा देते हैं, लेकिन अब ऐसा भारत में नहीं चलेगा.' इसी के साथ धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि '21 नवंबर से वह पद यात्रा करने वाले हैं. इस पदयात्रा का मकसद देश भर में मौजूद सनातनियों को एक करना है.
विमानतल पर हनुमान जी के परम भक्त परम पूज्य बागेश्वर धाम सरकार पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज का अभिनंदन कर आशीर्वाद लिया। @bageshwardham pic.twitter.com/UkWBu9iAoH
— रमेश मेन्दोला (@Ramesh_Mendola) September 15, 2024
उन्होंने बागेश्वर सरकार से इंदौरवासियों के लिए मंगल कामना की. इंदौर के बाद धीरेंद्र शास्त्री सीधे उज्जैन जाएंगे. बता दें मीडिया से बात करने के बाद वे कैलाश विजयवर्गीय के साथ उनकी कार में बैठकर रवाना हो गए.
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क्या है वक्फ बोर्ड का मामला
बता दें वक्फ कानून में संशोधन का विधेयक लोकसभा में पेश किया था. जिसका विपक्षी दलों ने जमकर विरोध जताया था. वहीं इस मामले में मुस्लिम संगठनों का कहना है कि सरकार इस कदम से धर्म में दखल दे रही है. जबकि कांग्रेस ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकारी का उल्लंघन बताया है. वहीं सरकार का इस मुद्दे पर पक्ष है कि वह वक्फ संपत्तियों में अनियमितताओं को दूर करना चाहती है. संशोधन के बाद गैर मुस्लिम लोगों और मुस्लिम महिलाओं को भी केंद्रीय और केंद्रीय और राज्य वक्फ निकायों में शामिल किया जा सकेगा.