अयोध्या : असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया सोमवार को अपने परिवार के संग अयोध्या पहुंचे. जहां राम मंदिर में रामलला का दर्शन पूजन किया. इस दौरान भव्य राम मंदिर को देखकर भाव विभोर हो हुए. दर्शन पूजन के बाद राज्यपाल ने सरयू नदी पर नौका विहार कर रहे पर्यटकों की सुविधाओं का जायजा लिया. राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया का कहना है कि वे 1992 की कार सेवा के दौरान भी अयोध्या आए थे.
कारसेवा का मिला था मौका : असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भगवान रामलला का दर्शन करने का सौभाग्य मिला. मैं बहुत भाग्यशाली हूं. मैं 1992 के कार सेवा में भी शामिल था. तब एक कारसेवक के रूप में इसी मैदान में मौजूद था. उस समय ये छोटी जगह थी, अब यहां भव्य और दिव्य मंदिर बना है. 1992 के दौरान हनुमानगढ़ी ही सबसे बड़ा श्रद्धा का केंद्र था, जहां सब लोग जाकर दर्शन करते थे. 1992 में 5 से 7 दिन रहने का मौका मिला था तो घूम-घूम कर अयोध्या में दर्शन पूजन करने का मौका मिला. सरयू स्नान करने का भी मौका मिला था.
राजनीति पर कही तीखी बात : राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने कहा राजनीति में जो भ्रष्टाचार है, वह हर लेवल पर समाप्त होना चाहिए. हम जनता के सेवक हैं चाहे राज्य कर्मचारी हों, चाहे हम जनप्रतिनिधि हों सभी जनता के टैक्स से ही पलते हैं. अपने सब साधन जुटाते हैं तो जनता की इमानदारी से सेवा करें. यह प्रभु राम हमें आशीर्वाद दें. हनुमान जी से भी प्रार्थना है देश जिस दिशा में आगे बढ़ा है, लेकिन अभी पूर्णता की ओर नहीं आया है, अब देश पूर्णता की ओर आए. मथुरा और काशी को लेकर कहा कि जो कानूनी दांव पेच है, यह निर्णय किसी व्यक्ति और पार्टी ने नहीं किया है, यह भी कोर्ट ने किया है. निर्णय ही कोर्ट करेगी और कोर्ट का निर्णय सब लोग मानेंगे.
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