राजसमंद. जिले में जमीनी विवाद को लेकर मारपीट में गंभीर घायल वृद्ध को मृत समझकर जंगल के एक खंडहर में फेंककर आरोपी युवक भाग गया. घटना से घबराए युवक ने बाद में आत्महत्या कर ली. हालांकि वृद्ध खंडहर में घायल अवस्था में मिला. जिले के आरके अस्पताल में उसका उपचार जारी है. अब युवक के परिजन आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले आरोपियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
कुएं का पानी किया खाली: राजनगर थाना प्रभारी योगेश चौहान ने बताया कि पिपलांत्री पंचायत के कड़ेचो का गुड़ा निवासी रूपसिंह (80) पुत्र धुलसिंह कड़ेचा फसल रखवाली के लिए आरना के पास स्थित खेत पर गया. वहां से वह देर रात तक घर नहीं लौटा. इस पर परिजनों ने उसकी तलाश की. लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला. इसके बाद गुरुवार सुबह राजनगर थाने में सूचना दी. सुबह ग्रामीण फिर खेत पर पहुंचे, तो खेत के कुएं के किनारे खून मिला. शव कुएं में होने की आशंका पर मोटर्स लगाकर कुएं से पानी खाली किया गया. हालांकि उसमें कुछ नहीं मिला.
पढ़ें: भरतपुर : पति को मृत समझ पत्नी ने की दूसरी शादी, 9 साल बाद अपना घर आश्रम में जिंदा मिला पति
मिला युवक का शव: पुलिस पूछताछ में प्रथम दृष्टया रूपसिंह व उनके भतीजे पप्पू सिंह के परिवार में जमीनी विवाद को लेकर रंजिश होना सामने आया. खेत पर सुबह वृद्ध की तलाश में पप्पू सिंह (23) पुत्र डाऊसिंह कड़ेचा भी साथ था, लेकिन पुलिस के पहुंचने के बाद वहां से फरार हो गया. ग्रामीणों और पुलिस ने पप्पू सिंह को फोन लगाया, लेकिन उसने कॉल नहीं उठाया. जबकि मोबाइल चालू ही था. इस पर पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसकी तलाश शुरू की, तो कड़ेचो का गुड़ा से पुठोल मार्ग पर स्थित एक पाउडर प्लांट के पास जंगल में पप्पू सिंह का शव मिला.
पढ़ें: भरतपुर : दो दोस्त जिसकी हत्या के जुर्म में काट रहे हैं सजा वो मिला जिंदा
जिंदा मिला वृद्ध: इसी दौरान जंगल में कोई व्यक्ति गया, तो एक खंडहर में 80 वर्षीय रूपसिंह कड़ेचा पड़ा मिला. सूचना पर ग्रामीण और पुलिस भी पहुंच गई, तो गंभीर घायल होने पर तत्काल आरके जिला अस्पताल पहुंचाया गया और उपचार शुरू किया गया. पुलिस ने जिला अस्पताल में उपचार शुरू होने के बाद वृद्ध के बयान पंजीबद्ध किए. घायल ने पप्पू सिंह सहित तीन आरोपियों पर मारपीट का आरोप लगाया. इस पर राजनगर थाना पुलिस ने प्राणघातक हमला करने को लेकर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
पढ़ें: राजकीय अस्पताल से गायब हुआ 3 दिन का मासूम 15 घंटे बाद सड़क पर बैग में जिंदा मिला
दोनों परिवार में लंबे समय से विवाद: पुलिस के अनुसार पप्पू सिंह के पिता डाऊसिंह व रूपसिंह सगे भाई हैं. डाऊसिंह वर्षों पहले हीरसिंह के गोद गया था, लेकिन रूपसिंह ने हीरसिंह की सारी जमीन अपने नाम करवा ली. उसके बाद डाऊसिंह की मृत्यु हो गई. फिर रूपसिंह ने जमीन वापस पप्पू सिंह के नाम नहीं करवाई. इस कारण रूपसिंह और उनके भतीजे पप्पू सिंह व भाभी मीराबाई से रंजिश थी. यह जमीन विवाद कोर्ट में लंबित है.