चित्तौड़गढ़. नेशनल हाइवे पर स्थित किंग्स वॉटर पार्क में 6 जून को हुई मारपीट व धमाल करने के मामले में गंगरार पुलिस फिर एक्शन में आ गई है. जिला विशेष टीम के सहयोग से 9 और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने मामले में अब तक पूर्व प्रधान सोनियाना के देवीलाल जाट व साडास के पूर्व सरपंच संजय वैष्णव सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि गत वॉटर पार्क में प्रवेश के लिए हुए झगड़े व जेसीबी से की गई तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने 100 से अधिक लोगों को चिन्हित किया था. जिसमे वांछित अपराधियों की तलाश की जाकर गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं.
इसी क्रम में एएसपी सिकाऊ मुकेश सांखला के निर्देशन में गंगरार थाना पुलिस द्वारा डीएसटी के सहयोग से मामले में वांछित आरोपी झुपडा उर्फ दोला जी का खेड़ा निवासी भैरू लाल गुर्जर पुत्र शंकर गुर्जर, धर्म राज गुर्जर पुत्र रतन गुर्जर, सोनियाणा निवासी मुकेश जाट पुत्र फतह लाल जाट, सुरेन्द्र सिंह पुत्र प्रेम सिंह, हेमराज पुत्र पेमा जी, रतन जाट पुत्र हरु जाट, भैरू लाल उर्फ राजू जाट पुत्र लक्ष्मण जाट, काला का खेड़ा उर्फ शंभूपुरा निवासी गोविंद पुत्र अर्जुन लाल जाट एवं गेजरा पुलिस थाना गंगरार निवासी बंशी लाल पुत्र बालू राम जाट को गिरफ्तार किया गया है.
मामले में नामजद आरोपी भीलवाड़ा के हलेड निवासी रोशन जाट व विशाल जाट, सुलीखेड़ा थाना गंगरार निवासी प्रकाश खाती, भीलवाड़ा के तखतपुरा निवासी प्रकाश नायक व भैरु नायक की सरगर्मी से तलाश की जा रही है. वांछित आरोपियों की तलाश व धरपकड़ के लिए डीएसटी व थाना पुलिस द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं.
गौरतलब है कि इस मामले में थाना प्रभारी मोतीराम सारण द्वारा दोनों ही पक्षों की रिपोर्ट लेने के साथ कार्रवाई की गई और पूर्व प्रधान तथा पूर्व सरपंच सहित कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इससे जाट समाज आक्रोशित हो उठा और कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. मामले को राजनीतिक तूल पकड़ता देखकर जिला पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी सारण को हटा दिया. वहीं राज्य सरकार ने एक आदेश जारी कर तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक रविंद्र सिंह का अजमेर ट्रांसफर कर दिया. उसके बाद से ही पुलिस इस मामले में हाथ डालने से बच रही थी.