जोधपुर. पुलिस कमिश्नरेट में रहते हुए मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल होने के आरोपी एएसआई को आखिरकार मंडोर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर एनसीबी सौंप दिया. वह एक साल से ड्यूटी से गायब था. एनसीबी में उसके खिलाफ तीन किलो अफीम की तस्करी में संलिप्तता का मामला था. पुलिस ने उसे लोहावट क्षेत्र में उसके मूल गांव से पकड़ा है.
डीसीपी ईस्ट आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि एएसआई मोहनलाल विश्नोई करवड थाने में पदस्थापित था. वर्ष 2022 में उसके खिलाफ एनसीबी में मामला दर्ज हुआ था. बाद में उसे निलंबित कर दिया गया, लेकिन निलंबन काल में वह फरार हो गया. उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी थे. शुक्रवार को उसके लोहावट क्षेत्र स्थिति उसके मूल गांव बरजासर में होने की जानकारी मिलने पर सब इंस्पेक्टर दोलाराम के नेतृत्व में टीम भेजी गई, जिसने उसे हिरासत में लिया और जोधपुर लेकर आए. बाद में एनसीबी की टीम को सुपुर्द कर दिया गया. एनसीबी इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी.
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तस्करी में प्रयुक्त वाहन एएसआई के नाम था: एनसीबी ने मादक पदार्थ तस्करी के मामले की छानबीन की तो मोहनलाल का नाम आया था. जिस वाहन में अफीम लाई वह भी मोहनलाल के नाम था. इसके अलावा भी कई साक्ष्य एनसीबी ने उसके खिलाफ जुटाए और उसे आरोपी बनाया.
एक सिपाही बर्खास्त भी हुआ था: डीसीपी ईस्ट श्रीवास्तव ने बताया कि तस्करी में लिप्त पुलिसकर्मियों पर समय समय पर विभागीय कार्रवाई की जाती है. ऐसे ही एक मामले में पुलिस कमिश्नरेट में पदस्थापित कांस्टेबल हरिराम विश्नोई को मार्च 2022 में सेवा से बर्खास्त किया था. वह तस्करी में लिप्त था. उसे जनवरी 2022 में तत्कालीन बोरानाडा एसीपी जयप्रकाश अटल ने नाकाबंदी में पकड़ा था. उसकी कार से 23 किलो डोडा पोस्त बरामद हुआ था.