वॉशिंगटन: अमेरिकी उद्योगपति और रिपब्लिकन हिंदू गठबंधन के संस्थापक शलभ कुमार ने आरोप लगाया कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और उनकी नीतियां उनकी हिंदू बैकग्राउंड और भारतीय विरासत होने के बावजूद भारतीय हितों के खिलाफ हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कुमार ने कहा कि हैरिस 'फ्री कश्मीर' का समर्थन करती हैं. उन्होंने हैरिस के अभियान दल को लेकर चिंताओं को उजागर किया. उनका आरोप है कि हैरिस के अभियान दल में पाकिस्तान समर्थक विचारों वाले सदस्य शामिल हैं.
उन्होंने कहा, “कमला हैरिस सिर्फ नाम से हिंदू हैं. उनका काम और नीतियां भी भारत विरोधी हैं. वह एक फ्री कश्मीर चाहती हैं. उनके अभियान में 5-7 लोग पाकिस्तान समर्थक हैं.”
कुमार ने हैरिस के रुख पर चिंता व्यक्त की और पाकिस्तान के चीन के साथ मौजूदा गठबंधन पर जोर दिया. उन्होंने सुझाव दिया कि यह भारत और अमेरिका दोनों के लिए एक गंभीर चुनौती है. कुमार ने चेतावनी दी कि चीन अस्थिरता को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान को एक 'प्रॉक्सी' के रूप में इस्तेमाल कर सकता है.
'ट्रंप और पीएम मोदी अच्छे दोस्त'
हालांकि, भारत और अमेरिका के रिश्तों के लिए हम दोनों देशों के बीच एक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की उम्मीद कर रहे हैं. ट्रंप और पीएम मोदी अच्छे दोस्त हैं और इसलिए डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अगले चार साल शानदार होने जा रहे हैं.
हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को किया नजरअंदाज
कुमार ने कश्मीर पर हैरिस के रुख की भी आलोचना की, उन्होंने सुझाव दिया कि तथाकथित अल्पसंख्यक मुद्दों पर उनका ध्यान राजनयिक संबंधों को प्रभावित कर सकता है. उन्होंने टिप्पणी की कि बाइडेन और हैरिस हिंदुओं को बहुसंख्यक और कट्टरपंथी इस्लाम को अल्पसंख्यक के रूप में देखते हैं. बांग्लादेश और कनाडा जैसी जगहों पर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को नजरअंदाज करते हैं.
उन्होंने कहा, "कमला हैरिस के कश्मीर पर कट्टरपंथी विचार हैं और भारत को सचेत रहना होगा. वे अभी भी तथाकथित अल्पसंख्यकों, तथाकथित मुस्लिम अल्पसंख्यकों के मुद्दे को उठाएंगे. उन्होंने कहा, "बांग्लादेश में जो हो रहा है, उसे भूल जाइए. बाकी जगहों पर जो हो रहा है, उसे भूल जाइए.
कनाडा में हिंदुओं के खिलाफ जो हो रहा है, उसे भूल जाइए. उनके लिए हिंदू बहुसंख्यक हैं और कट्टरपंथी इस्लाम अल्पसंख्यक है... भारत में हिंदुओं के बारे में ट्रंप की स्थिति बहुत स्पष्ट है. यह 2016 से ही स्पष्ट है, जब उन्होंने 15 अक्टूबर को न्यू जर्सी की रैली में भाग लिया था."