बक्सर: लोकसभा चुनाव 2024 के महासंग्राम से पहले ही बक्सर बीजेपी कई गुटों में बंट गई है. इस लोकसभा क्षेत्र में 1 जून को मतदान होना है लेकिन उससे पहले ही वर्तमान सांसद अश्विनी कुमार चौबे और बीजेपी कैंडिडेट मिथिलेश तिवारी के बीच तलवार खिंच गई है. जिस पर विपक्ष के नेताओ ने तंज कसते हुए कहा कि अपने गुरु से भी चार हाथ आगे हैं चेला. गुरु ने तो बक्सर को केवल लूटा है, चेला भी पूरी तरह से कंगाल कर देगा.
पोस्टर से 'गुरु' गायब: दरअसल, टिकट मिलने के बाद पहली बार बक्सर पहुंचे एनडीए प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी का एनडीए के कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया. इस स्वागत समारोह से बक्सर बीजेपी के कई बड़े नेता गायब रहे. सभा स्थल पर वर्तमान उम्मीदवार के संबोधन से पहले ही कार्यकर्ता कार्यक्रम को छोड़कर चले गए. बीजेपी के द्वारा कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए पोस्टर में बक्सर, कैमूर, और रोहतास जिले के छोटे-छोटे नेताओं की तस्वीर तो लगी थी लेकिन वर्तमान सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे की तस्वीर पोस्टर से गायब थी.
पोस्टर पर पॉलिटिक्स शुरू: इसको लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ चौबे जी को चाहने वालो में नाराजगी दिखी. बीजेपी के अंदर के इस अंतर्कलह ने बैठे बिठाए विपक्ष को मुद्दा दे दिया है. कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने कहा कि '400 पार नहीं झोला लेकर होंगे सभी लोग फरार'. गुरु से भी चार हाथ आगे निकला चेला, बड़े नेताओं को दरकिनार कर देना तो भाजपा की पुरानी आदत है.
"यह तो शुरुआत है. असली खेला तो अब होबे, चौबे जी तो केवल बक्सर को लूटने का काम किया और उनका चेला तो कंगाल ही कर देगा. तभी तो बैकुंठपुर की जनता उनका बोरिया विस्तर बांधकर विदाई कर दी, 400 पार नही झोला लेकर फरार की स्थिति इनकी हो जाएगी."- संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी, विधायक, कांग्रेस
क्या कहते हैं बीजेपी के नेता?: वहीं, पोस्टर से अश्विनी कुमार चौबे की तस्वीर गायब होने को लेकर जब बीजेपी जिलाध्यक्ष भोला सिंह से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. उन्होंने सिर्फ इतना कहा, 'मिलने पर बात होगी, फोन पर हर सवाल का जवाब नहीं दिया जा सकता.'
ध्वस्त हो जाएगा बीजेपी का किला: नए प्रत्याशी के पोस्टर से वर्तमान सांसद अश्विनी कुमार चौबे की तस्वीर गायब होने पर राजनीतिक विश्लेषक डॉक्टर एसएन सिंह ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी के लिए शुभ संकेत नहीं है. अश्विनी कुमार चौबे का एक अपना कद है. उनको चाहने वाले भी बहुत लोग हैं. ऐसा नहीं है कि टिकट नहीं मिलने से अश्विनी कुमार चौबे का कद छोटा हो गया है. जो लोग भी इस तरह का भ्रम में हैं, वह खुद को धोखा दे रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि भाजपा जिस बक्सर को अपना सबसे सुरक्षित किला मानती है, वह किला इसबार ध्वस्त हो जाएगा.
आरजेडी से होगा बीजेपी का मुकाबला: बक्सर लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा क्षेत्र हैं. जिस पर इंडिया गठबंधन के नेताओं का कब्जा है. वर्तमान में जगदानन्द सिंह के बेटे सुधाकर सिंह इंडिया गठबंधन की ओर से तो मिथिलेश तिवारी एनडीए की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार इस लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा.
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