गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में बाढ़ से बचाव की तैयारी शुरू हो गई है. जिले वैकुंठपुर प्रखंड के मुंजा गांव के पास गंडक नदी की धारा मोड़ने और बांध को मजबूत करने के लिए एंटीरोजन का कार्य किया जा रहा है. जिससे बाढ़ के पहले बांध को मजबूत किया जा सके साथ ही गंडक नदी के तेज धारा को मोड़ा जा सके. इसको लेकर पिछले 10 मई से कार्य शुरू किया गया है. वहीं कार्य को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए बाढ़ नियंत्रण और जल संसाधन विभाग के अधिकारी और कर्मियो द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहा है, ताकि बाढ़ से लोगों को निजात दिलाई जा सके.
जोरो पर है बांध की मरमती और कटाव रोधी कार्य: दरअसल, गोपालगंज जिला बाढ़ प्रभावित इलाका माना जाता है. बाढ़ की विभीषिका से जिले के 6 प्रखंड प्रभावित होते हैं. वहीं बाढ़ से लोगों को निजात दिलाने के लिए जल संसाधन और बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा बांध की मरमती और कटाव रोधी कार्य 6 प्रखंड के विभिन्न बाढ़ वाले इलाको में किया जा रहा है. जिससे गंडक की तेज धारा से बांध को बचाया जा सके. वही जिले के बैकुंठपुर प्रखंड के मुंजा में करीब 260 मीटर में एंटीरोजन का कार्य पिछले 10 मई से जारी है.
3 करोड़ 69 लाख की लागत से हो रहा काम: इसको लेकर बाढ़ नियंत्रण व जल संसाधन विभाग द्वारा संवेदक प्रियंका को जिम्मेदारी दी गई है. जिसके बाद 260 मीटर के एरिया में 3 करोड़ 69 लाख की लागत से दो प्वाइंट पर एंटीरोजन का कार्य किया जा रहा है. इस संदर्भ में मुंशी बिराज कुमार सिंह ने बताया कि एप्रन, गैबियन एनसी वर्क, जियो बैग, एज क्रेटीयू, स्लो पिचिंग का कार्य के साथ क्षतिग्रस्त स्टर्ड की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है. इसको लेकर 150 मजदूरों को लगाया गया है.
"आदर्श अचार संहिता के कारण टेंडर में देरी हुई थी, पिछले महीने 10 मई से कार्य शुरू किया गया और 10 जून तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा. अभी तक 70 प्रतिशत कार्य हो चुका है."- विराज कुमार सिंह, मुंशी
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