वाराणसी: मार्कण्डेय महादेव धाम में मां गंगा के पावन तट पर "श्रीराम शिवोत्सव मार्कण्डेय महादेव महोत्सव" की तीसरी और अंतिम निशा भक्ति संगीत से सराबोर हुई. कार्यक्रम का प्रारंभ आराधना सिंह ने गणेश वंदना से किया और फिर भगवान शिव और श्रीराम भजन से समा बांधा.
मनोहर सिंह ने शिव महिमा का किया गुणगान: दूसरी प्रस्तुति युवा गायक अभिनेता मनोहर सिंह की हुई. मनोहर सिंह ने भगवान शिव और श्रीराम जी के सुंदर भजनों से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर किया. निशा की तीसरी प्रस्तुति में युवा गायक रितेश पांडेय अपने गीतों और भजनों से रसशिक्त किया.
अनूप जलोटा के भजन पर झूमे लोग: महोत्सव का समापन भजन सम्राट पद्मश्री अनूप जलोटा की शानदार प्रस्तुति से हुआ. अपने भजन संग्रह में अपने चर्चित भजनों के अलावा अनूप जलोटा ने काशी अयोध्या और मथुरा पर एक ऐसा भजन गया, जिसे हर किसी को झूमने पर मजबूर कर दिया.
हंसराज रघुवंशी ने भी कार्यक्रम पेश किए: अनूप जलोटा ने जो भजन गाया उसके बोल थे काशी बदली अयोध्या बादली अब मथुरा बदलने वाली हैं राम खड़े हैं धनुष लिए अब बंसी बजाने वाली है. वाराणसी में तीन दिन तक चले इस आयोजन में पहले दिन हंसराज रघुवंशी, दूसरे दिन दिनेश लाल यादव निरहु और मैथिली ठाकुर ने अपनी प्रस्तुति दी थी. अंतिम दिन अनूप जलोटा के इस कार्यक्रम ने समा बांध दिया. देर रात तक चले इस आयोजन में केंद्रीय मंत्री महेंद्र पांडेय की भी मौजूदगी खास रही.