रुड़की: प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है. आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदेशभर में प्रदर्शन व रैली निकाल रही हैं. इसी क्रम में बुधवार को सैकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल: रुड़की के नगर निगम चौक पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ब्लॉक अध्यक्ष ममता पुरी के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां एकत्रित हुईं. नगर निगम चौक से तहसील परिसर स्थित ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय तक आक्रोश रैली निकाल कर अपना रोष प्रकट किया. इस दौरान के साथ सभी प्रदर्शनकारी कार्यकत्रियों द्वारा जमकर नारेबाजी भी की गई. प्रदर्शनकारी कार्यकत्रियों की मांग है कि या तो उन्हें 18 हजार का मानदेय दिया जाए या उन्हें नियमित किया जाए. इस दौरान उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की ब्लॉक अध्यक्ष ममता पुरी ने कहा कि लंबे समय से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां सरकार के समक्ष अपनी मांगें रख रही हैं.
20 फरवरी से चल रहा कार्य बहिष्कार: उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की बेरुखी के चलते हम लोग आंदोलन करने को मजबूर हैं. 20 फरवरी से कार्य बहिष्कार पर हैं. इसी के साथ उन्होंने कहा कि दिल्ली में दिल्ली पुलिस द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया है जोकि बहुत निंदनीय है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की नहीं सुनी तो इस बार लोकसभा चुनाव में चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा.
विकासनगर में भी धरना प्रदर्शन: उधर विकासनगर के कालसी में भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सेविकाएं पिछले 15 दिनों से अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर ब्लॉक स्तर पर धरने पर बैठी हैं. आंगनबाड़ी प्रदेश संगठन ने मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर कालसी ब्लॉक में सरकार के खिलाफ पिछले 15 दिनों से धरना दिया हुआ है. संगठन ने अपना मांग पत्र कई बार उच्च अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से मुख्यमंत्री को भी प्रेषित किया है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनका मानदेय 18,000 प्रति माह किया जाए. सीनियरिटी के आधार पर 15 वर्ष पूर्ण होने पर प्रतिवर्ष सबका मानदेय बढ़ाए. रिटायरमेंट होने पर ₹2 लाख देने का प्रावधान रखा जाए एवं गोल्डन कार्ड जारी किए जाएं.
ये हैं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगें: सीनियर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कृतिका शर्मा ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं को धरातल पर उतरने का काम आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जरिए किया जाता रहा है. लेकिन सरकार संगठन की मांग की अनदेखी कर रही है. उन्होंने मांग की है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की न्यूनतम मजदूरी ₹600 के आधार पर 18,000 रुपए मानदेय किया जाए. सीनियरिटी के आधार पर 15 वर्ष पूर्ण होने पर प्रत्येक वर्ष मानदेय बढ़ाया जाए. रिटायरमेंट होने पर 3 व 2 लाख देने का प्रावधान किया जाए.
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