जयपुर. पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हुई घटना के बाद देश भर में आक्रोश है. राजस्थान में संदेशखाली की घटना पर सर्व हिंदू समाज एकजुट हो गया है. इस घटना को लोकतंत्र की अवहेलना करार देते हुए बुधवार को समस्त हिन्दू समाज ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में मांग की गई कि राष्ट्रपति इसमें हस्तक्षेप करते हुए पीड़ितों को तुरंत संरक्षण और न्याय दें. साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग भी स्थानीय जनता के अधिकारों की रक्षा करें.
बंगाल में लोकतंत्र पर आघात : विहिप के क्षेत्रीय मंत्री सुरेश उपाध्याय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र पर आघात करते हुए कटमनी की अन्यायपूर्ण व्यवस्था ने संदेशखाली के खलनायकों को जन्म दिया है, जो महिलाओं के साथ बलात्कार, यौन उत्पीड़न, गरीबों से लूट, बर्बरता जैसे वीभत्स कृत्य कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि स्थानीय सरकार अपनी तुष्टिकरण की अनीति के चलते इन्हें प्रश्रय दे रही है. उपाध्याय ने आगे कहा कि इस घटना का विरोध करते हुए राजस्थान का समस्त हिन्दू समाज एकत्र होकर मांग करता है कि राष्ट्रपति इसमें हस्तक्षेप करते हुए पीड़ितों को तुरंत संरक्षण और न्याय दें.
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इसके अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग व राष्ट्रीय अनुसूचित जाति- जनजाति आयोग भी स्थानीय जनता के अधिकारों की रक्षा करें. उन्होंने मीडिया की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि तमाम दबावों के बावजूद अपनी जान की परवाह न करते हुए पत्रकार संदेशखाली जैसी घटनाओं को उजागर करते रहे, इसके लिए मीडिया जगत अभिनंदन का पात्र है.
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इस अवसर पर अनुसूचित जाति-जनजाति आरक्षण मंच से अनिल गोठवाल, अखिल भारतीय खटीक समाज से पी. एन. बुटोलिया, राजस्थान नाथ समाज से देवेंद्र योगी, मेढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज जयपुर पश्चिम से डॉ. असीम वर्मा, जनचेतना समिति जयपुर से लक्ष्मीकांत, आजाद युवा संस्थान जयपुर से मनीष कुमार, प्रताप युवा शक्ति संगठन से जयपाल सिंह प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित थे. इन सभी ने एक स्वर में संदेशखाली में हो रहे दुर्दांत अत्याचारों की भर्त्सना करते हुए न्याय की मांग की.