मकराना : परबतसर के नजदीकी रोहिण्डी गांव के रहने वाले अक्षय सोनी का चयन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (इसरो) में वैज्ञानिक के पद पर हुआ है. उनकी इस सफलता को लेकर शनिवार को मकराना में उनका अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया. इसरो में सिलेक्शन के बाद युवा वैज्ञानिक अक्षय सोनी ने अपनी सफलता का मूल मंत्र साझा किया. इस मौके पर अक्षय ने ईटीवी भारत को बताया कि कामयाबी के लिए नियमित प्रयास, परिश्रम के साथ ही खुद पर सकारात्मक रूप से भरोसा रखना जरूरी है. उन्होंने इसी आधार पर खुद को प्रस्तुत किया.
अक्षय ने बताया कि बड़ों के आशीर्वाद के साथ खुद पर भरोसा ही सफलता की राह तय करता है. समारोह को संबोधित करते हुए अक्षय ने कहा कि आज प्रतिस्पर्धा का युग और टेक्नोलॉजी का युग है. इसरो की उपलब्धि ने पूरे विश्व में भारत को एक नई पहचान दी है. अक्षय की इस सफलता से खुश परबतसर के मैढ़ स्वर्णकार समाज ने उनका स्वागत किया.
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पिता ने बताया गर्व का पल : अक्षय के पिता राकेश सोनी ने कहा कि वे समाज के युवाओं को भी अपने बेटे की तरह नियमित परिश्रम के बाद सफलता प्राप्त करने का संदेश देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि पुत्र पिता के लिए सबसे बड़ी धन संपत्ति होता है. लिहाजा यह क्षण उन्हें गर्व महसूस कराने वाला है.
उन्होंने बताया कि अक्षय शुरुआत से ही पढ़ाई में अव्वल रहे. अक्षय ने संपूर्ण भारतवर्ष में दूसरा स्थान प्राप्त कर समाज, प्रदेश और पूरे देश का नाम रोशन किया है. इस मौके पर समाजसेवी ओम प्रकाश सोनी ने कहा कि इसरो देश ही नहीं, बल्कि दुनिया की प्रसिद्ध संस्था है. नासा के साथ तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि यह सभी के लिए गर्व का विषय है.
अक्षय का भारतीय स्पेस साइंस से जुड़े संस्था में चयन हुआ है. इस मौके पर ज्वेलर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मूलचंद सोनी ने कहा कि दूसरी वरीयता के साथ चयनित अक्षय ने गांव, घर और समाज को गौरवान्वित किया है. उन्होंने कहा कि यह सभी के लिए गर्व का विषय है.