लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को लोहिया पार्क में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा पर तीखा हमला बोला. उन्होंने जेपी आंदोलन का जिक्र करते हुए सरकार के व्यवहार पर सवाल उठाए. कहा, "जेपी ने सम्पूर्ण क्रांति का आह्वान किया था, लेकिन योगी सरकार का शुक्रवार का व्यवहार गलत था. यह कहना कि आप माल्यार्पण नहीं कर सकते क्योंकि वहां जानवर हैं, हास्यास्पद है. तो क्या अब हम सड़कों पर चलना भी बंद कर दें? क्योंकि, हर सड़क पर जानवर हैं."
अखिलेश ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी का विकास समाजवादियों के सामने फीका है. जेपीएनआईसी को आज भी सबसे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बताते हुए उन्होंने भाजपा को विध्वंसक और जातिवादी बताया.
अखिलेश यादव ने मदरसों को लेकर एनसीपीसीआर की रिपोर्ट पर जताई आपत्ति: एनसीपीसीआर की मदरसों को बंद करने की सिफारिश पर नाराजगी जाहिर करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, "यह देश सबका है, संविधान सबको समान अधिकार देता है, लेकिन भाजपा हर चीज को पलटना चाहती है. ये लोग नफरत और भेदभाव फैलाकर जातियों के बीच लड़ाई करवाना चाहते हैं. हालांकि, भाजपा की भेदभाव की राजनीति सफल नहीं होगी."
अखिलेश ने मोहन भागवत के बयान पर दी प्रतिक्रिया: संघ प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश ने कहा, "कौन क्या कह रहा है, यह महत्वपूर्ण नहीं है. देश की आजादी के बाद मुसलमानों ने भी कुर्बानियां दी हैं. हमें संविधान के अनुसार सभी को समान नजर से देखना चाहिए." भागवत के कमजोरों के साथ खड़ा होने वाले बयान पर सहमति जताते हुए अखिलेश ने कहा, "यह सच है कि हमें कमजोरों के साथ खड़ा होना चाहिए."
रेल दुर्घटनाओं पर उठाए सवाल: अखिलेश यादव ने रेल दुर्घटनाओं के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा, "रेल मंत्रालय पर पहले भी कई सवाल उठ चुके हैं. इन्होंने कहा था कि वे रेलवे में सुधार लाएंगे और दुर्घटनाओं को कम करेंगे, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. अगर कोई रिकॉर्ड टूटा है तो वह है रेल दुर्घटनाओं का है." ओवैसी के हालिया बयान पर अखिलेश ने कहा, "इंडिया गठबंधन में पहले भी ऐसी बातें उठी थीं, लेकिन गठबंधन रहेगा और मजबूती से खड़ा रहेगा."
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