भोपाल। केंद्र में पहली किसी असली किसान पुत्र को कृषि विभाग की कमान सौंपी गई है. कार्यभार संभालते ही शिवराज ने अपने मातहत अफसरों को निर्देश दिए "मुझे सिर्फ परिणाम चाहिए और वह भी निर्धारित समय सीमा में." शिवराज के प्लान के अनुसार "हम मिलकर कोई ऐसा रोड मैप बना लें, जिसपर चलकर न केवल भारतीय कृषि और किसान का कल्याण हो सके बल्कि हम भारत को दुनिया का फूड बास्केट बना दें, दुनिया को अन्न खिलाएं, एक्सपोर्ट करें." शिवराज ने अपने इरादे जाहिर करते हुए अपने अफसरों से साफ कहा "सरकार अन्नदाताओं के सम्मान और कल्याण हेतु प्रतिबद्ध है. कृषि के परिदृश्य को पूरी तरह से बदलना मेरी जिद है."
कृषि मंत्रालय का काम संभालते ही सक्रिय हुए शिवराज
शिवराज का कहना है "मैं जिस दिन से कृषि मंत्री बना हूं, तभी से दिन-रात यही सोच रहा हूं कि किसानों के जीवन को कैसे और बेहतर बनाएं." बता दें कि शिवराज की सक्रियता का ही परिणाम है कि केंद्र में सरकार गठन के 15 दिन के अंदर खरीफ सीजन 2024-25 के लिए 14 खरीफ फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया. एमएसपी में सबसे महत्वपूर्ण बढ़ोतरी तिलहन और दालों के लिए की गई है. धान फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में 117 रुपये की वृद्धि के साथ 2300 रुपये प्रति क्विंटल करने का निर्णय लिया गया है. इससे तय है कि इस निर्णय से किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य मिल सकेगा।
कृषि क्षेत्र को विजन व मिशन से आगे बढ़ाने का प्लान
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है "विजन तथा मिशन कृषि के क्षेत्र को आगे बढ़ाना और किसान का कल्याण करना है. किसान को हमें विज्ञान से जोड़ना है और इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र बहुत उपयोगी है." शनिवार को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं पूर्व छात्र मिलन समारोह में सहभागिता कर संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा "किसानों की आय बढ़ाना, खेती का खर्च कम करना, किसानों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराना ही मेरा पहला लक्ष्य है."
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एमपी में मुख्यमंत्री रहते कई उल्लेखनीय काम किए
शिवराज हमेशा कहते रहे हैं कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा है. बीजेपी मानना है कि किसान ही भगवान है और किसानों की सेवा भगवान की पूजा है. इसीलिए किसानों की आय बढ़ाना, खेती का खर्च कम करना, किसानों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने में कृषि मंत्रालय किसानों के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ेगा. उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में साढ़े 18 साल तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के लिए कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं. शिवराज के कार्यकाल में एमपी में किसानों की माली हालत में काफी सुधार आया है. मध्यप्रदेश को कई बार कृषि कर्मण अवार्ड दिलाया.