आगरा : आगरा की जामा मस्जिद कोर्ट केस के साथ ही बीते माह हुई एक एलबम की शूटिंग की वजह से भी चर्चा में हैं. सोशल मीडिया पर जामा मस्जिद में शूट किया गया गाना रिलीज होते ही मुस्लिम समाज ने विरोध शुरू कर दिया. समाज के लोग जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी की भूमिका पर भी सवाल उठा रहे हैं. लोगों ने एडीएम और आगरा पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है. इधर, जामा मस्जिद में बिना अनुमति शूटिंग कराने को लेकर एएसआई ने मंटोला थाना में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
जामा मस्जिद में एलबम की शूटिंग के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. मस्जिद में शूट किया गया गाना 'तुमसे प्यार हुआ' सोशल मीडिया पर रिलीज किया गया. इस गाने की शूटिंग मस्जिद के अंदर की गई. एलबम के गानों में जामा मस्जिद के बाहरी बाजार के साथ ही शहर की कई लोकेशन हैं. एलबम के रिलीज होते ही मुस्लिम समाज ने इसके खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी. मुस्लिम समाज का कहना है कि जामा मस्जिद एक इबादतगाह है, जहां पर कैमरा, लाइट, एक्शन और फोटो प्रतिबंधित है. वहां पर गाने की शूटिंग कैसे हो गई. मामले में जल्द कार्रवाई की जाए.
एएसआई ने भेजा शिकायती पत्र : भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एएसआई के वरिष्ठ संरक्षण सहायक कलंदर बिंद ने मंटोला थाना में शिकायत भेजी है. इसमें लिखा है कि, एएसआई संरक्षित स्मारक जामा मस्जिद में बिना अनुमति के शूटिंग की गई है. संरक्षित स्मारक में शूटिंग के लिए अनुमति के साथ ही पहले शुल्क भी जमा करना होता है. स्क्रिप्ट भी जमा करनी होती है. मगर, ऐसा नहीं हुआ. अब शूटिंग के वीडियो और फोटोज वायरल हो रहे हैं. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर एलबम के गाने रिलीज किए गए हैं. जामा मस्जिद परिसर के अंदर वीडियो शूट करना प्रतिबंधित है. इसके बाद भी जामा मस्जिद में वीडियो कैमरा, स्टैंड, ट्रॉली कैमरे का इस्तेमाल किया गया. ये प्राचीन स्मारक तथा पुरातत्व स्थल एवं अवशेष नियम 1959 के नियम संख्या 41 (2 ए) का उल्लंघन है.
वहीं मामले में मंटोला थाना प्रभारी निरीक्षक सत्यदेव शर्मा ने बताया कि एएसआई की ओर से जो शिकायत मिली है उसके आधार पर किसी भी धारा में मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सकता है. एएसआई के नियम और एक्ट में इस तरह की गतिविधि पर जुर्माना वसूवलने का जिक्र है, इसलिए अभी शिकायत की जांच की जा रही है.
एडीएम और पुलिस कमिश्नर को सौंपा पत्र : मुस्लिम समाज की सर्व समाज हित सेवा समिति के अध्यक्ष मोहम्मद कामिल अबुल उलाई ने सीएम के नाम एडीएम को ज्ञापन दिया है. इसमें जामा मस्जिद में इंतजामिया कमेटी के अध्यक्ष जाहिद कुरैशी और कमेटी के पदाधिकारियों पर रुपये लेकर इबादतगाह में नाच और गाना कराने का आरोप लगाया है. जामा मस्जिद में ये नाच गाना 21 अप्रैल 2024 को हुआ था. इसमें मामले में ही अधिवक्ता इशरत जहां ने पुलिस कमिश्नर को कार्रवाई की मांग लेकर ज्ञापन दिया है. उन्होंने कहा कि, जामा मस्जिद एक इबादतगाह है. मस्जिद में शूटिंग के दौरान नियमों का उल्लंघन हुआ. प्रोड्यूसर अनीता सिसोदिया ने शूटिंग की सभी सुविधाएं मुहैया कराईं. ये कृत्य निंदनीय है. इसमें जो भी दोषी हैं. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. इस कार्य की निंदा करने पर इंतजामियां कमेटी अध्यक्ष ने धमकी का ओडियो वायरल किया है. उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए.
शिकायत पर सुपरवाइजर को हटाया : जामा मस्जिद इंतजामिया लोकल एजेंसी के अध्यक्ष जाहिद कुरैशी का कहना है कि, कमेटी के जामा मस्जिद पर अरशद नाम का कर्मचारी सुपरवाइजर पद पर रखा था. उसकी लगातार शिकायतें आ रही थीं. उसने ही अप्रैल 2024 में ये शूटिंग कराई थी. कमेटी से भी शूटिंग की अनुमति नहीं ली गई थी. अरशद को नौकरी से निकाल दिया गया है. अब विपक्षी पार्टियों से मिलकर अरशद ही ये वीडियो जारी करा रहा है.
मुकदमा दर्ज कराने के दिए निर्देश : एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. राजकुमार पटेल ने बताया कि सोशल मीडिया पर जामा मस्जिद में शूट की गई एलबम के वीडियो और फोटोज और वीडियो वायरल होने पर जानकारी हुई. इस बारे में आगरा किला के प्रभारी वरिष्ठ संरक्षण सहायक को संबंधित आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं.
मुगल शहजादी जहांआरा ने बनवाई थी जामा मस्जिद : वरिष्ठ इतिहासकार राजकिशोर 'राजे' बताते हैं कि, मुगल शहंशाह शाहजहां की 14 संतानें थीं. इसमें मेहरून्निसा बेगम, जहांआरा, दारा शिकोह, शाह शूजा, रोशनआरा, औरंगजेब, उमेदबक्श, सुरैया बानो बेगम, मुराद लुतफुल्ला, दौलत आफजा और गौहरा बेगम शामिल थे. एक बच्चा और 1 बच्चे पैदा होते ही मर गए थे. मुगल बादशाह शाहजहां की सबसे प्रिय बेटी शहजादी जहांआरा थी. उसने अपने वजीफे की पांच लाख रुपये की रकम से सन 1643 से 1648 के बीच जामा मस्जिद का निर्माण कराया था. जामा मस्जिद इस समय श्रीकृष्ण जन्मभूमि बनाम शाही जामा मस्जिद वाद के चलते भी चर्चा में है.
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