वाराणसी: लक्सा थाना पुलिस, एसओजी और सर्विलांस की संयुक्त टीम ने व्यापारी का अपहरण कर हत्या मामले में मुख्य अभियुक्त चन्द्रिका राम को गिरफ्तार किया है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया है कि कारोबारी की हत्या रॉड से वार कर की गई थी. इसके बाद शव के तीन टुकड़े किए गए थे. बीते 7 मई से लापता प्लास्टिक कारोबारी दावर बेग का 16 मई को पुलिस को शव मिला था. अभियुक्त की निशानदेही पर दो टुकड़ों में कारोबारी का शव बरामद किया गया था. जबकि सिर गंगा में फेंक दिए जाने के कारण बरामद नहीं हो सका. वहीं हत्या में शामिल बबलू हाजी ने कुछ दिन पूर्व आत्महत्या कर ली थी.
इस संबंध में डीसीपी अपराध चंद्रकांत मीना ने बताया कि बीते 7 मई को लक्सा थाने में सूचना प्राप्त हुई थी कि प्लास्टिक कारोबारी दावर बेग कारोबार के सिलसिले में पड़ाव क्षेत्र थाना रामनगर में गए थे. वह लौटे नहीं हैं. उनके छोटे भाई जावेद अहमद ने इस बाबत गुमशुदगी दर्ज कराई थी. जांच के बाद पुनः जावेद अहमद की तहरीर पर थाना लक्सा में मुकदमा पंजीकृत किया गया. इस मामले में पुलिस ने अभियुक्त चन्द्रिका राम को हिरासत में लिया. जिसकी निशानदेही पर कटेसर पड़ाव, रामगनर रोड सीमेन्ट गोदाम पहुंचे. जहां पर प्लास्टिक कारोबारी की हत्या की गई थी. अभियुक्त की निशानदेही पर कारोबारी के शरीर के दो हिस्से विश्व सुंदरी पुल के पास झाड़ी और रायपुरिया नारायनपुर डिवाइडर हाजी पट्टी के बगल नाली से बरामद किए गए. वहीं आरोपी ने बताया कि सिर गंगा में फेंक दिया था, जिससे उसकी बरामदगी नहीं हो सकी.
पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त चन्द्रिका राम ने पुलिस को बताया कि दावर बेग को पलास्टिक के रॉ मैटेरियल सस्ते में दिलाने के लिए बबलू हाजी द्वारा पड़ाव पर बुलाया गया था.जहां पहले से ही हम दोनों ने प्लानिंग कर रख्खी थी, लेकिन दावर पैसे लेकर नहीं आए थे. जिससे नाराज होकर उसने और बबलू हाजी से रॉड से मारकर दावर की हत्या कर दी. वहीं शव को बांके से काटकर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिए थे. बबलू हाजी ने ढाई लाख देने की बात भी कही थी. बता दें कि इस मामले में शामिल अभियुक्त बबलू हाजी ने घटना के कुछ दिन बाद ही आत्महत्या कर ली थी.