जयपुर. देश की राजधानी दिल्ली में जिस तरह 100 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. उसी तरह अब प्रदेश की राजधानी जयपुर के 68 स्कूलों को धमकी भरा ई मेल मिलने का मामला सामने आया है. दोनों जगह बदमाशों ने धमकी भरा ई मेल भेजने की, जो तरकीब अपनाई है वो कमोबेश एक जैसी है. दिल्ली में 100 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने के लिए रूसी डोमेन का इस्तेमाल किया गया था. वहीं, जयपुर में भी रूसी डोमेन का इस्तेमाल करते हुए स्कूलों को धमकी भरा ई मेल भेजा गया है. जयपुर की सभी स्कूलों को सोमवार सुबह 4 बजे के करीब instrumettt@inbox.ru से धमकी भरा ई मेल प्राप्त हुआ. अब जयपुर पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी है कि धमकी भरा मेल भेजने के पीछे बदमाशों का असली मकसद क्या था और यह किसकी करतूत है. जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ का कहना है कि तमाम पहलुओं को ध्यान में रखकर पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है.
दिल्ली के गुनहगार भी अभी पकड़ से दूर : देश की राजधानी दिल्ली की 100 से अधिक स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में भी अभी पुलिस की जांच किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है. जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने के लिए इंटरपोल की मदद ले रही है. हालांकि, अभी भी यह साफ नहीं है कि दिल्ली में 100 से ज्यादा स्कूलों को दहलाने की धमकी देने के पीछे किसकी साजिश है.
जयपुर पुलिस ले रही दिल्ली पुलिस की मदद : जयपुर में 13 मई, 2008 को हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की बरसी पर 68 स्कूलों को परिसर में बम होने की धमकी मिली तो पुलिस और अन्य एजेंसियां अलर्ट हो गई. इससे एक दिन पहले ही जयपुर सहित 12 हवाई अड्डों को बम से उड़ाने की धमकी मिली. जयपुर हवाई अड्डे को पिछले दिनों छह बार बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है. हालांकि, एक भी मामले का खुलासा नहीं हो पाया है. अब जयपुर में स्कूलों को दहलाने की धमकी के मामले में जयपुर पुलिस दिल्ली पुलिस की मदद ले रही है.
![Threat to bomb school](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/15-05-2024/rj-jpr-01-bomb-threat-to-68-schools-of-jaipur-accused-far-from-police-pkg-7211680_15052024105139_1505f_1715750499_692.jpg)
ये है धमकी भरे मेल की भाषा : जयपुर की स्कूलों में आए धमकी भरे मेल में स्कूल में बम होने की धमकी दी गई है. साथ ही शहर और राज्य में लाशों के ढेर बनाने और इमारतों को खंडहर में तब्दील करने की भी धमकी दी गई है. साथ ही गुजरात और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी इसमें जिक्र है. इसके साथ ही दागिस्तान (रूस) से मुंबई तक खलीफा राज कायम करने की बात भी इस ई मेल में की गई है. अब पुलिस और एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी है कि यह किसी सिरफिरे की करतूत है या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है.
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आसान है पहचान छिपाकर थ्रेट मेल भेजना : साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट मुकेश चौधरी का कहना है कि अपनी पहचान और लोकेशन छिपाकर किसी को थ्रेट मेल भेजना आसान है. प्रॉक्सी सर्वर और वीपीएन का उपयोग कर इस तरह की करतूत की जाती है. ऐसे बहुत सारे डोमेन और सर्विस प्रोवाइडर हैं. जो उपयोगकर्ता की प्राइवेसी का ध्यान रखते हैं और सीधे तौर पर जांच एजेंसीज को सहयोग नहीं करते हैं.
![Threat to bomb school](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/15-05-2024/rj-jpr-01-bomb-threat-to-68-schools-of-jaipur-accused-far-from-police-pkg-7211680_15052024105139_1505f_1715750499_910.jpg)
इसलिए आसानी से पकड़ में नहीं आते बदमाश : उनका कहना है कि इस तरह के मामलों में जांच एक जटिल प्रक्रिया होती है. वीपीएन का उपयोग करना कोई मुश्किल काम नहीं है. इसके बाद किसी भी देश में इसका उपयोगकर्ता अपनी लोकेशन दिखा सकता है. लेकिन असल में वह वहां होता नहीं है. ऐसे में जांच एजेंसियों को किसी दूसरे देश का आईपी एड्रेस मिलेगा लेकिन उपयोगकर्ता की लोकेशन पता लगाना कभी कभी मुश्किल हो जाता है. हालांकि, कभी-कभी यह बहुत जल्द पता चल जाता है कि धमकीभरा मेल कहां से भेजा गया है.