अजमेर : अलवर गेट थाना क्षेत्र में स्थित गुलाब बाड़ी में बुजुर्ग दंपती की हत्या के मामले में एडीजे कोर्ट संख्या-1 गुरुवार को अपना फैसला सुना सकती है. मामले में दोनों पक्ष की ओर से बहस पूरी हो चुकी है. बता दें कि यह मामला 29 जून 2021 का है.
विशिष्ट लोक अभियोजक राजेंद्र सिंह ने बताया कि अजमेर के गुलाब बाड़ी क्षेत्र में माली मोहल्ला निवासी 85 वर्षीय मदन सिंह चौहान और 80 वर्षीय मैना देवी चौहान की गला रेत कर निर्ममता से हत्या कर दी गई थी. बुजुर्ग दंपती के पुत्र दिनेश चौहान की ओर से अलवर गेट थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया गया था. हत्या के दूसरे दिन 30 जून 2021 को अलवर गेट थाना पुलिस ने बुजुर्ग दंपती की हत्या के आरोप में गुलाब बाड़ी निवासी दीपक कुवाल, दिव्यांश भाटी उर्फ निक्कू और सुमेर सिंह को कल्याणी पूरा स्थित रेल लाइन के समीप से गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर कोर्ट में चालान पेश किया.
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दुकान पर आया करते थे आरोपी : गुलाब बाड़ी में बुजुर्ग दंपती के घर पर ही किराने की दुकान थी. बुजुर्ग मदन सिंह चौहान किराने की दुकान पर बैठा करते थे, जहां अक्सर तीनों आरोपी सिगरेट, गुटखा लेने के लिए आया करते थे. बुजुर्ग दंपती तीनों आरोपियों को पहले से जानते थे. पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि आरोपी दीपक कुंवाल, समर सिंह और दिव्यांश भाटी उर्फ निक्कू अपराधिक प्रवृत्ति के थे. अलवर गेट थाने में उनके खिलाफ पहले भी आपराधिक मुकदमे दर्ज थे. तीनों आरोपी नशे की लत के भी शिकार थे. ऐसे में आरोपियों ने अपने शौक पूरे करने के लिए बुजुर्ग दंपती को लूटने की योजना बनाई थी.
पकड़े जाने के डर से की हत्या : बुजुर्ग दंपती अपने पैतृक मकान में अकेले रहते थे, जबकि उनके बेटे समीप ही दूसरे मकान में रहते थे. ऐसे में योजना के तहत तीनों आरोपी घर में घुस गए और चांदी के सिक्के, सोने-चांदी के जेवरात लेकर भागने लगे. इस दौरान आहट होने से बुजुर्ग दंपती जाग गए. आरोपियों ने पकड़े जाने के डर से पहले मदन सिंह चौहान की गला रेत कर हत्या कर दी. इसके बाद मैना देवी के हाथ बांधकर उनका भी गला धारदार हथियार से रेत दिया. मैना देवी के कत्ल के बाद आरोपियों ने उसके कान से सोने के टॉप्स खिंचकर निकाल लिए और फरार हो गए. कोर्ट से तीनों आरोपियों की जमानत खारिज होने के बाद से ही तीनों न्यायिक अभिरक्षा में हैं.