नई दिल्ली: इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई एयरपोर्ट) पर कस्टम्स अधिकारी बनकर यात्रियों के साथ ठगी करने का मामला सामने आया है. आरोपी कस्टम्स अधिकारी बनकर लोगों का सामान चेक करते थे और मौका देखते ही ठगी कर फरार हो जाते थे. मामले में कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. डीसीपी उषा रंगनानी से मिली जानकारी के अनुसार, तीन अप्रैल को एयरपोर्ट पर एक पीसीआर कॉल की गई थी. कॉलर ने बताया था कि कस्टम्स अधिकारी ने जांच के बहाने उनसे दो मोबाइल, पासपोर्ट और 1800 रियाल (सउदी अरब की करेंसी) ठगकर फरार हो गए. उसने अपना नाम रियासत अली बताया.
पीड़िक ने बताया था कि वह उत्तराखंड का रहने वाला है और जब वे सउदी अरब से आए तो आईजीआई एयरपोर्ट पर टर्मिनल 3 के बाहर आरोपी ने उनका नाम लेकर उसे बुलाया और बताया कि वह कस्टम्स अधिकारी है. इसके बाद आरोपी उसे पार्किंग की तरफ ले गए और अवैध सोना होने की बात कर ठगी की. शिकायत के बाद पुलिस ने 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें आरोपी टैक्सी बुक करता दिखा. जब टैक्सी ड्राइवर से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि आरोपी ने यूपीआई से पेमेंट की थी, जिसमें आरोपी का नाम रियाज अहमद आया.
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इसके बाद पुलिस ने कई टीम बनाकर अलग-अलग इलाके में छापेमारी की और अंतत: जैतपुर इलाके से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. उसकी निशानदेही पर उसके अन्य तीन साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान सामने आया कि इन सब का मास्टरमाइंड कसमुद्दीन नामक आरोपी था. फिलहाल पुलिस ने इनसे पूछताछ कर रही है कि यह लोग कस्टम्स अधिकारी बनकर कब से ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे और अबतक इन्होंने कितने लोगों के साथ ठगी की है.
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