दौसा : भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी राजेंद्र विजय पर एसीबी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके घर पर छापा मारकर सील किया. वहीं, एसीबी के कार्रवाई के दौरान चंगुल में फंसे आईएएस अधिकारी राजेंद्र विजय के ठिकानों से उनका स्टाफ और परिजन गायब मिले.
दौसा एसीबी के डीएसपी नवल किशोर ने बताया कि एसीबी की टीम द्वारा बुधवार को जब राजेंद्र विजय के घर पर पहुंची तो घर पर कोई नहीं मिला. ऐसे में घर को सील कर निगरानी की जा रही है. उन्होंने बताया कि आईएएस राजेंद्र विजय या उनके किसी परिजन के शुक्रवार को घर आने की संभावना है. ऐसे में शुक्रवार को फिर से आईएएस के घर पर सर्च अभियान चलाया जा सकता है. बुधवार शाम को एसीबी की टीम दौसा जिले के दुब्बी में स्थित आईएएस अधिकारी राजेंद्र विजय के आवास पर पहुंची, जहां उन्होंने घर की तलाशी लेनी चाही, लेकिन घर पर किसी सदस्य के नहीं होने के कारण एसीबी की टीम बिना सर्च किए ही घर को सील कर वापस लौटना पड़ा.
एसीबी ने चार ठिकानों पर दी दबिश : आईएएस राजेंद्र विजय के दौसा, जयपुर, कोटा सहित कुल चार ठिकानों पर एसीबी ने छाप मार कार्रवाई की. IAS राजेंद्र विजय मूलतः दौसा जिले के दुब्बी गांव के रहने वाले हैं, जिसके चलते एसीबी की टीम बुधवार को दुब्बी स्थित IAS राजेंद्र विजय की आवास पर पहुंची. इस दौरान एसीबी के अधिकारियों ने सर्च अभियान चलाने के लिए मकान को खुलवाने की कोशिश की, लेकिन IAS राजेंद्र विजय के मकान के अंदर कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था. एक निजी गार्ड यहां पर आमतौर पर मौजूद रहता था, लेकिन एसीबी की कार्रवाई के दौरान गॉर्ड भी मौके से गायब मिला.
काफी इंतजार के बाद और उच्च अधिकारियों के निर्देश पर दौसा एसीबी के डीएसपी नवलकिशोर मीणा ने IAS राजेंद्र विजय की आवास को सील कर दिया. करीब ढाई घंटे तक एसीबी की टीम दुब्बी गांव में मौजूद रही. आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में एसीबी के द्वारा यह छापेमार कार्रवाई की गई है. वहीं, मामले में दौसा आए गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि प्रदेश में जो भी भ्रष्ट नेता, अधिकारी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. यही सरकार का संकल्प है.