कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों पर हुई बर्फबारी से जहां लोगों के चेहरे खिल उठे है. वहीं, अब कई इलाकों में बर्फबारी से हुए नुकसान की भी खबरें सामने आने लगी है. बीते दो दिनों से हो रहे बर्फबारी के बाद जिला कुल्लू में 67 सड़कें बंद हो चुकी है और अब इस खराब मौसम के चलते वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित होने लगी है. हिमाचल पथ परिवहन ने भी 36 रूटो पर अपनी बस सेवा बंद कर दी है.
वहीं, मनाली में भी बर्फबारी के कारण अब नुकसान को तस्वीरें सामने आने लगी है. मनाली में बर्फबारी के कारण कई पेड़ टूट कर गिर गए. जिसकी चपेट में आने से नीचे खड़े वाहनों को भारी नुकसान हुआ है. मनाली में भी वैली ब्रिज के पास एक पेड़ टूट कर गिर गया और 10 गाड़ियां इसकी चपेट में आ गई. गनीमत ये रही की पार्किंग में लगे इन वाहनों में कोई सवार नहीं था. लेकिन 10 गाड़ियां पूरी तरह से चकनाचूर हो गई.
इसके अलावा बर्फबारी के बाद अब जिला कुल्लू के कई इलाकों में लोगों की मुश्किलें भी बढ़ने लगी है. घाटी में लोगों को अब बिजली पानी की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है. बीते 8 घंटो से मनाली के आसपास की कई इलाकों में ब्लैकआउट की स्थिति बनी हुई है. वही अब ठंड बढ़ने से पानी के जमने लगा है. पेयजल योजनाएं जाम होने के कारण कई इलाकों में पानी का संकट भी गहराने लगा है.
मनाली शहर शाम के समय के कुछ हिस्सों, अलेउ, प्रीणी, वशिष्ट में बिजली बहाल हो गई, लेकिन अन्य इलाकों में अंधेरा पसर गया है. पेयजल लाइनें जाम होने से 50 फीसदी ग्रामीण इलाकों में पानी की आपूर्ति घट गई है. बिजली पर निर्भर पेयजल योजनाओं में पानी की आपूर्ति ठप हो गई है. घाटी में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. कुल्लू-मनाली हाईवे पर पतलीकूहल से आगे वाहनों की आवाजाही रोक दी गई. सुबह के समय कुछ बसें और वाहन मनाली की ओर आ रहे थे, लेकिन बर्फबारी के कारण क्लाथ से आगे नहीं बढ़ पाए.
एडीएम कुल्लू अश्वनी कुमार ने बताया कि भारी बर्फबारी से कुछ दिक्कतें जरूर हुई हैं. संबंधित विभाग व्यवस्था सुचारू बनाने में जुटे हुए हैं. बारिश और बर्फबारी के अलर्ट के कारण 2 फरवरी को शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया है.
ये भी पढ़ें: हिमाचल में बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त, कई क्षेत्रों का संपर्क टूटा, HRTC के 376 रूट प्रभावित