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जैसलमेर में 60 दिन की नहरबंदी प्रस्तावित, डीएम ने पीने के पानी का स्टोरेज करने के दिए निर्देश

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 8, 2024, 6:15 PM IST

इंदिरा गांधी नहर परियोजना में रि-लाइनिंग कार्यों के संपादन के लिए 60 दिन की नहरबंदी प्रस्तावित है.​ इस संबंध में जिला कलेक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को पीने के पानी का स्टोरेज करने के निर्देश दिए हैं.

60 days canal closure proposed in Jaisalmer
जैसलमेर में 60 दिन की नहरबंदी प्रस्तावित

जैसलमेर. इंदिरा गांधी नहर परियोजना में रि-लाइनिंग कार्यों को सम्पादित किए जाने के लिए जिले में मार्च से मई के मध्य 60 दिन की नहरबंदी प्रस्तावित है. इसमें 21 मार्च से 24 अप्रैल तक 30 दिन आंशिक बंदी एवं 20 अप्रैल से 19 मई तक पूर्ण नहरबंदी प्रस्तावित है. जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने प्रस्तावित नहरबंदी को देखते हुए नहर परियोजना के अधिकारियों एवं जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सम्पूर्ण नहरी क्षेत्र में जल भण्डारों नहरों में पोंडिग, तालाबों, डिग्गीयों, जोहड़ सार्वजनिक, जलस्रोतों के अलावा निजी डिग्गीयों इत्यादि में पीने के पानी का पर्याप्त मात्रा में नहरबंदी से पूर्व भंडारण करवाना सुनिश्चित कर लें एवं इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें.

जिला कलेक्टर सिंह ने जिला कलेक्ट्री सभा कक्ष में प्रस्तावित नहरबंदी को लेकर पेयजल भंडारण के संबंध में आयोजित नहर परियोजना जलदाय एवं अन्य अधिकारियों की बैठक के दौरान यह निर्देश दिए. उन्होंने नहर विभाग के अभियन्ताओं को निर्देश दिए कि वे जलदाय विभाग के पेयजल भण्डारण स्रोतों में समय रहते पर्याप्त मात्रा में नहर से पानी आपूर्ति कर पानी के स्टोरेज की व्यवस्था करवा दें, ताकि नहरबंदी के दौरान लोगों को समय पर पीने का पानी उपलब्ध होता रहे. उन्होंने इस दौरान नहरों में जल प्रवाह एवं किए गए पोंडिंग की चोरी रोकने के लिए मॉनेटरिंग एवं पेंट्रोलिंग की व्यवस्था भी पुलिस के सहयोग से कराने के निर्देश दिए.

पढ़ें: पेयजल की होगी किल्लत, 20 अप्रैल से एक महीने तक होगी नहरबंदी

जिला कलेक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे प्रस्तावित नहरबंदी को देखते हुए नहर परियोजना के अधिकारियों से सतत रूप से सम्पर्क रखते हुए जलदाय विभाग के सभी विभाग के पेयजल भण्डारों में पानी का स्टोरेज समय पर करवा दें. इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरते. इसके साथ ही नहरी क्षेत्र के किसानों एवं आमजन को भी अपने व्यक्तिगत स्तर पर जल भण्डारण कराने के लिए प्रेरित करने पर भी जोर दिया ताकि लोग अपने निजी जल भंडारों में पीने के पानी का स्टोरेज कर सके.

पढ़ें: डीडवाना कुचामन और नागौर जिलों में 21 मार्च से 60 दिन तक रहेगी नहरबंदी

बैठक में नहर परियोजना एवं जलदाय विभाग के अधिकारियों ने जिले में स्थित जल संग्रहण स्थलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतिरिक्त मुख्य अभियंता रेगुलेशन बीकानेर प्रदीप रस्तोगी, उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर पवन कुमार, अधीक्षण अभियंता ईगानप आरके मीणा, अधीक्षण अभियंता जलदाय केसी मीणा अधिशाषी अभियंता जलदाय प्रेमाराम ईगानप सुनील विश्नोई रामगढ़ टीआर चावरा के साथ ही अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

जैसलमेर. इंदिरा गांधी नहर परियोजना में रि-लाइनिंग कार्यों को सम्पादित किए जाने के लिए जिले में मार्च से मई के मध्य 60 दिन की नहरबंदी प्रस्तावित है. इसमें 21 मार्च से 24 अप्रैल तक 30 दिन आंशिक बंदी एवं 20 अप्रैल से 19 मई तक पूर्ण नहरबंदी प्रस्तावित है. जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने प्रस्तावित नहरबंदी को देखते हुए नहर परियोजना के अधिकारियों एवं जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सम्पूर्ण नहरी क्षेत्र में जल भण्डारों नहरों में पोंडिग, तालाबों, डिग्गीयों, जोहड़ सार्वजनिक, जलस्रोतों के अलावा निजी डिग्गीयों इत्यादि में पीने के पानी का पर्याप्त मात्रा में नहरबंदी से पूर्व भंडारण करवाना सुनिश्चित कर लें एवं इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें.

जिला कलेक्टर सिंह ने जिला कलेक्ट्री सभा कक्ष में प्रस्तावित नहरबंदी को लेकर पेयजल भंडारण के संबंध में आयोजित नहर परियोजना जलदाय एवं अन्य अधिकारियों की बैठक के दौरान यह निर्देश दिए. उन्होंने नहर विभाग के अभियन्ताओं को निर्देश दिए कि वे जलदाय विभाग के पेयजल भण्डारण स्रोतों में समय रहते पर्याप्त मात्रा में नहर से पानी आपूर्ति कर पानी के स्टोरेज की व्यवस्था करवा दें, ताकि नहरबंदी के दौरान लोगों को समय पर पीने का पानी उपलब्ध होता रहे. उन्होंने इस दौरान नहरों में जल प्रवाह एवं किए गए पोंडिंग की चोरी रोकने के लिए मॉनेटरिंग एवं पेंट्रोलिंग की व्यवस्था भी पुलिस के सहयोग से कराने के निर्देश दिए.

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जिला कलेक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे प्रस्तावित नहरबंदी को देखते हुए नहर परियोजना के अधिकारियों से सतत रूप से सम्पर्क रखते हुए जलदाय विभाग के सभी विभाग के पेयजल भण्डारों में पानी का स्टोरेज समय पर करवा दें. इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरते. इसके साथ ही नहरी क्षेत्र के किसानों एवं आमजन को भी अपने व्यक्तिगत स्तर पर जल भण्डारण कराने के लिए प्रेरित करने पर भी जोर दिया ताकि लोग अपने निजी जल भंडारों में पीने के पानी का स्टोरेज कर सके.

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बैठक में नहर परियोजना एवं जलदाय विभाग के अधिकारियों ने जिले में स्थित जल संग्रहण स्थलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतिरिक्त मुख्य अभियंता रेगुलेशन बीकानेर प्रदीप रस्तोगी, उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर पवन कुमार, अधीक्षण अभियंता ईगानप आरके मीणा, अधीक्षण अभियंता जलदाय केसी मीणा अधिशाषी अभियंता जलदाय प्रेमाराम ईगानप सुनील विश्नोई रामगढ़ टीआर चावरा के साथ ही अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

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