कोटा. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (RTU) का 13वां दीक्षांत समारोह 6 जुलाई को यूनिवर्सिटी कैंपस में आयोजित होगा. इस समारोह में प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र बतौर अध्यक्ष शामिल होंगे तो दीक्षांत अतिथि के रूप में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. टीजी सीताराम शिरकत करेंगे. इसमें साल 2022 और 2023 के पास आउट विद्यार्थियों को उपाधियां वितरित की जाएगी. इस दौरान दोनों साल के दो कुलाधिपति और दो कुलपति पदक भी दिए जाएंगे. इसके अलावा 44 स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल से नवाजा जाएगा. इस बीच सबसे खास बात यह है कि आरटीयू में कुलपति और कुलाधिपति पदक पाने वाले दोनों साल के विद्यार्थियों में एक भी छात्र शामिल नहीं है यानी चारों पदक छात्राओं को दिए जाएंगे. वहीं, गोल्ड मेडल पाने वाले 44 विद्यार्थियों में 22 छात्राओं का नाम है.
आरटीयू के वाइस चांसलर प्रो. एसके सिंह का कहना है कि साल 2022 का कुलाधिपति पदक जयपुर के पोद्दार मैनेजमेंट एंड टेक्निकल कैंपस की एमबीए कोर्स की छात्रा नयाशी जैन और कुलपति पदक जयपुर के आर्या इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की छात्रा दिव्यांशी यादव को दिया जाएगा. इसी तरह से साल 2023 में चांसलर्स मेडल जयपुर के एसएस जैन सुबोध पीजी कॉलेज की एमएससी की छात्रा नेहा सुराणा और वाइस चांसलर मेडल आर्या इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की छात्रा गजल लता को मिलेगा. आरटीयू के 13वें दीक्षांत समारोह के अध्यक्ष प्रोफेसर एके द्विवेदी ने बताया कि साल 2022 के बीटेक के 12 और एमटेक के 8 स्टूडेंट हैं. इसके अलावा एमबीए, एमसीए और बीआर्क के एक-एक कैंडिडेट को गोल्ड मेडल दिया जाएगा. इन 24 कैंडिडेट में 13 छात्र और 11 छात्रा हैं.
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इसी तरह से साल 2023 में बीटेक के 10 और एमटेक के 7 स्टूडेंट हैं. इसके अलावा एमबीए, एमसीए और बीआर्क के एक-एक कैंडिडेट को गोल्ड मेडल दिया जाएगा. इन 10 कैंडिडेट में 9 छात्र और 11 छात्रा हैं. आरटीयू के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. एसडी पुरोहित का कहना है कि 2022 और 2023 में इंजीनियरिंग की 35, मैनेजमेंट में 8 और कंप्यूटर एप्लीकेशन के 4 कैंडिडेट्स को पीएचडी की डिग्री दी जाएगी. यह 47 कैंडिडेट हैं, जिनमें से 34 छात्र व 13 छात्राएं हैं. साथ ही दोनों सालों के 18257 कैंडिडेट्स को उपाधियां दी जाएगी, जिनमें बीटेक के 15073, एमबीए के 1610, एमसीए के 896, एमटेक के 428, बीआर्क के 197, एमआर्क के 5 व बीएचएमसीटी के 1 विद्यार्थी को उपाधि मिलेगी. छात्र-छात्राओं का अनुपात देखा जाए तो 4116 छात्र और 4141 छात्राओं को उपाधि मिलेगी.