जोधपुर: बाजार में आयुर्वेद के नाम पर बहुत सारी दवाइयां औषधियों बिक रही हैं. जिसको लेकर कई बार सवाल भी खड़े हो रहे हैं. आयुर्वेदिक दवाइयों की गुणवत्ता बनी रहे, इसके लिए मानक सुनिश्चित करने के लिए आयुर्वेद के विशेषज्ञों की इंटरनेशनल कांफ्रेंस औषधमानकम गुरुवार से डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय में शुरू होगी. साथ ही होम्योपैथी संस्थान का उद्घाटन भी किया जाएगा.
कुलपति प्रो प्रदीप कुमार प्रजापति ने बताया कि 7 दिसंबर तक चलने वाली अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के शुभारम्भ सत्र की अध्यक्षता राज्यपाल और कुलाधिपति हरिभाऊ बागड़े करेंगे. जबकि बतौर मुख्य अतिथि राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और आयुष मंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा और संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल 'गेस्ट ऑफ ऑनर' के रूप में उपस्थित रहेंगे. इस अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में देश-विदेश के कुल 344 प्रतिभागी शामिल होंगे. जिसमें 6 देशों और भारत के 13 राज्यों के प्रतिनिधि भाग लेंगे. इस कांफ्रेंस में 6 प्लेनरी सेशन और 17 पैरलल सेशन आयोजित किए जाएंगे.
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6 देशों के विशेषज्ञ होंगे शामिल: कुलपति ने बताया कि कांफ्रेंस में भाग लेने के लिए अमेरिका, जर्मनी, जापान, श्रीलंका और नेपाल सहित 6 देशों के प्रतिनिधि उपस्थित होंगे. भारतीय प्रतिनिधि भी विभिन्न राज्यों से इस आयोजन में भाग लेने आ रहे हैं. इस पर पूर्व कुलपति प्रो बीएल गौड़, गुजरात आयुर्वेद विवि के पूर्व कुलपति डॉ एसएस सावरीकर और एम्स जोधपुर के अध्यक्ष डॉ एसएस बाल भी विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे. विभिन्न सत्रों में आयुर्वेद औषधियों के मानकीकरण, उनकी गुणवत्ता और अनुसंधान पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा.