जयपुर. प्रदेश में सरकार बनाने के बाद अब भाजपा सरकार को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अपनी उपलब्धियां जनता के सामने रखनी होंगी. ऐसे में सरकार ने आवासन मंडल के जरिए 9 जिलों में नई आवासीय योजनाओं को लांच करने की प्लानिंग की है. इन योजनाओं में करीब 3 हजार आवास तैयार कर लोगों को आवंटित किए जाएंगे. कमजोर तबके से आने वाला व्यक्ति भी अपना खुद का घर खरीदने का सपना देखता है. इसी सपने को साकार करने के उद्देश्य से प्रदेश की भजनलाल सरकार ने आवासन मंडल के जरिए प्लान तैयार किया है. सरकार के निर्देश पर राजस्थान आवासन मंडल ने 100 दिवसीय कार्य योजना बनाई है. इसके तहत जयपुर, जोधपुर, नागौर, सिरोही, अजमेर, भिवाड़ी, हनुमानगढ़, धौलपुर और बांसवाड़ा जिलों में नए स्वतंत्र आवास और फ्लैट्स तैयार किए जाएंगे.
इस संबंध में आवासन आयुक्त कुमार पाल गौतम ने बताया कि आमजन को आवास उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से 2 हजार 994 आवास और फ्लैट्स की योजनाएं शुरू की जा रही है. हाउसिंग बोर्ड कम आय वर्ग सहित विभिन्न वर्गों को गुणवत्तापूर्ण आवास उपलब्ध करवाने की दिशा में काम कर रहा है. उन्होंने बोर्ड के इंजीनियर को को विशेष निर्देश दिए कि वे जरूरतमंद तबके को केन्द्र में रखते हुए आवासीय योजनाओं की कार्य योजना तैयार करें. प्रदेश के सभी संभागीय मुख्यालयों पर आवासीय योजना शुरू की जाए. ताकि प्रदेशवासियों को अपने आसपास ही कम दाम में गुणवत्तापूर्ण आवास मिल सकें.
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उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश के 9 जिलों में फिलहाल 2 हजार 994 आवास और फ्लैट्स बनाने की प्लानिंग है. जो राज्य सरकार की ओर से तय किए गए 100 दिन की कार्य योजना में शामिल है. आवासन आयुक्त ने मुख्य अभियंता मुख्यालय मनोज गुप्ता, मुख्य अभियंता प्रथम अमित अग्रवाल और मुख्य अभियंता द्वितीय भजन लाल गुणपाल के साथ इस प्लानिंग को साझा किया. इस दौरान हाउसिंग बोर्ड के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे.