बिलासपुर: कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन लगाए गए आईटीएमएस कैमरों की निगाहों से नहीं बचा जा सकता है. आधुनिक तकनीक से लैस आईटीएमएस (इंटेलिजेंट टैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) अपने आप नियमों की अवहेलना करने वाले वाहन चालकों के चालान करता है. बिलासपुर पुलिस की ओर से मिले आंकड़ों की बात करें तो इस साल जनवरी से सिंतबर माह तक कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर बिलासपुर जिले में कुल 29,479 ओवरस्पीड वाहनों के चालान हो चुके हैं और पुलिस ने लाखों रूपये का जुर्माना भी वसूला है.
बीते सिंतबर महीने में आईटीएमएस से 9133 चालान ओवरस्पीड के हो चुके हैं. कीरतपुर नेरचौक फोरलेन पर गाड़ी की अधिकतर स्पीड लिमिट 60 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है. ऐसे में अगर कोई भी वाहन चालक इस स्पीड से अधिक गाड़ी चलाता है तो उसका आईटीएमस से अपने आप ही चालान कट रहा है. आधुनिक तकनीक से लैस आईटीएमएस कैमरों की मदद से बिना सीट बैल्ट, बिना हेलमेट, ट्रिपल राइडिंग के ऑटोमेटिक तरीके से चालान कट रहे हैं.
इन उपकरणों से रखी जा रही नजर
गौरतलब है कि जिला बिलासपुर के 44 किलोमीटर लंबे फोरलेन में पांच आईटीएमएस, सात वीडियो सर्विलांस कैमरे, दो एक्सीडेंट डिटेक्शन कैमरा और 60 छोटे कैमरों के माध्यम से हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है. इसके अलावा बिलासपुर में फोरलेन पर एक क्रेन के अलावा एल्कोसेंसर, स्पीडगन की उपलब्धता के साथ ही चिन्हित स्थानों पर बैरिकेड्स भी लगाए गए हैं. बिलासपुर जिले में फोरलने पर चार टनल, दो बड़े पुलों के अलावा अन्य छोटे ब्रिज भी शामिल हैं. बलोह नामक स्थान पर टोल प्लाजा स्थापित किया गया है. बिलासपुर पुलिस का कहना है कि प्रतिदिन मंडी भराड़ी और अन्य फोरलेन एरिया में नाके भी लगाए जाते हैं, जिसमें प्रतिदिन वाहन चालकों की जांच और एल्कोसेंसर के माध्यम से वाहन चालकों की जांच जारी है. अगर कोई भी वाहन चालक शराब के नशे में गाड़ी चलाता हुआ पाया जा रहा है तो उसके खिलाफ मौके पर ही कार्रवाई की जा रही है.
इतने हुए चालान
पुलिस के आंकड़ों के अनुसार बिलासपुर में सिंतबर 2024 तक नशे में वाहन चलाने वालों के 749, मोबाइल यूज करने वालों के 377, बिना हेलमेट के 9382, बिना सीट बेल्ट 4046 और ओवरस्पीड के 29,479 वाहन चालकों के चालान किए गए जा चुके हैं. यह चालान बिलासपुर जिला में हुए हैं. एसपी बिलासपुर संदीप धवल ने कहा कि, 'नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ पुलिस प्रशासन सख्त है. फोरलेन एरिया में बिलासपुर पुलिस का अधिक फोकस रहता है, यहां पर वाहनों की आवाजाही अधिक है. ओवरस्पीड या फिर नियमों की अवहेलना करने वालों के आईटीएमएस कैमरों से भी चालान हो रहे हैं.'