इटावाः जिला सहकारी बैंक लिमिटेड में 25 करोड़ों रुपए के गबन का मामला सामने आया है. करोड़ों का गबन और अनियमितता के आरोप में बैंक प्रबंधक सहित 10 कर्मचारियों के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज किया गया है. इसके साथ ही सभी को भी सस्पेंड कर दिया है. पैसे के गबन की बात विभागीय जांच में इन संलिप्ततता पाई गई. जांच में सामने आया कि बैंक से 25 करोड़ रुपए का गबन हुआ है. इसके अतिरिक्त 72 लाख रुपए की अनियमितता भी पाई गई है. पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज करके दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक, दिसंबर 2023 को एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा शिकायत की गई थी कि कचहरी रोड नौरंगाबाद चौकी सहकारी बैंक शाखा में कुछ पैसों का गबन हुआ है. जिसके बाद मामले की जांच-पड़ताल की गई तो उसमें पाया कि कुछ पैसों गबन हुआ है. जिसके बाद मामले में दो कर्मियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया था.
लेकिन जांच टीम ने जुलाई-2024 में जांच पूरी की तो पाया कि 24 करोड़ 18 लाख 66 हजार रुपये का गबन हुआ है. इसी के साथ लाखों रुपए की अनियमितता भी पाई गई है. इसी के आधार पर जिला सहकारी बैंक के उप महाप्रबंधक उमेश कुमार ने मुकदमा दर्ज करवाया है. इसी के साथ बैंक प्रबंधन ने 10 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है. बैंक से पैसों के गबन के बाद से ही खाताधारकों में हड़कंप मच गया है.
जिला सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीपक गुप्ता ने बताया कि बैंक की एक कमेटी बनाई गई थी. जिसमें बैंक से पैसों के गबन का मामला सामने निकलकर आया है. इसके बाद कुल 10 बैंक कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाते हुए इन लोगों को निलंबित कर दिया गया है. बैंक के खाता धारकों का पैसा गबन नहीं हुआ है. यह वह पैसा है, जो बैंक का प्रॉफिट है. इसलिए खाता धारकों को डरने की जरूरत नहीं है. वहीं, SSP संजय कुमार वर्मा ने बताया कि बैंक के द्वारा मुकदमा दर्ज करवाया गया है, जिसमें 10 लोगों के नाम शामिल हैं. इनमें से दो लोगों की गिरफ्तारी कोतवाली पुलिस ने कर ली है, बाकी की तलाश जारी है.
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