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आगरा में खाद भंडार में 2000 बोरी डीएपी की सीज, मुकदमे की तैयारी

कृषि और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने की कार्रवाई, जानलेवा हमले का आरोप

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 3 hours ago

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परमार खाद भंडार में 2000 बोरी डीएपी की सीज (Etv Bharat)

आगरा: जिले में डाई अमोनियम फास्फेट (डीएपी) खाद के लिए हाहाकार मचा हुआ है. किसान डीएपी के लिए दर-दर भटक रहे हैं. जबकि, जिले में जमाखोर कालाबाजारी के लिए खाद बीज भंडार के गोदाम डीएपी से भरे पड़े हैं. जिले में खाद की कालाबाजारी की संभावना पर शनिवार को कृषि और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने जलेसर रोड आंवलखेड़ा में छापा मारा तो अधिकारी भी हैरान रह गए. परमार खाद बीज भंडार के गोदाम में 2000 बोरी डीएपी मिली. जिसे कृषि विभाग की टीम ने जब्त कर गोदाम सील कर दिया.

जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि आंवलखेड़ा के बांधलू मोड़ पर एग्रो किसान सेवा केंद्र पर शुक्रवार रात टीम ने छापामार कार्रवाई के बाद सील किया. जहां पर शनिवार को जांच में 212 बोरी एनपीके खाद बरामद हुई है. इसके बाद टीम ने परमार खाद भंडार के गोदाम पर छापा मारा है. जहां गोदाम में 2000 बोरी डीएपी मिली. जिनकी स्टॉक रजिस्टर में एंट्री नहीं थी. जिस पर टीम ने दोनों गोदाम सील कर दिए हैं. दोनों ही आरोपियों के विरुद्ध केस दर्ज कराया जाएगा.

इसे भी पढ़े-खाद की 7 दुकानों के लाइसेंस निलंबित, 35 को दिया नोटिस...



कृषि विभाग के कर्मचारी पर जानलेवा हमला किया था: बता दें, कि बुधवार को डीएम के निर्देश पर यहां जांच के लिए प्राविधिक सहायक धर्मेंद्र जब आंवलखेड़ा पहुंचे, तो परमार खाद भंडार से गाड़ी में डीएपी लोड हो रही थी. जब डीएपी के बारे में पूछा तो परमार खाद बीज दुकान के मालिक टिंकू परमार ने प्राविधिक सहायक पर जानलेवा हमला किया. इस मामले में बरहन थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है. जिसमें, अभी तक आरोपी टिंकू परमार की गिरफ्तारी नहीं हुई है.


ये मिल रही गड़बड़ियां: आगरा मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने मंडल में डीएपी की किल्लत को लेकर अधिकारियों की टीमें बनाई हैं. जो निरीक्षण और छापेमार की कार्रवाई कर रही हैं. आगरा में डीएम के निर्देश पर जिला प्रशासन, राजस्व और कृषि विभाग की टीमें संयुक्त कार्रवाई कर ही हैं. सहकारी समितियों के साथ ही निजी खाद बीज विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई चल रही हैं. जांच में खूब फर्जीवाड़ा पकड़ में आ रहा है. अधिकतर संस्थानों पर स्टॉक रजिस्टर में गड़बड़ियां हैं. कालाबाजारी की आशंका और अनियमितताओं पर केवल एक ही एफआईआर हुई है. अन्य मामले में अब अफसर नोटिस भेज रहे हैं. जिले में आलू और गेहूं की बुआई शुरू हो गई है. जबकि, इस दौरान अभी डीएपी बोरी 300 से 500 रुपये तक ब्लैक में बिक रही है.


यह भी पढ़े-आगरा में DAP की कालाबाजारी, कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने सचिव को सस्पेंड किया

आगरा: जिले में डाई अमोनियम फास्फेट (डीएपी) खाद के लिए हाहाकार मचा हुआ है. किसान डीएपी के लिए दर-दर भटक रहे हैं. जबकि, जिले में जमाखोर कालाबाजारी के लिए खाद बीज भंडार के गोदाम डीएपी से भरे पड़े हैं. जिले में खाद की कालाबाजारी की संभावना पर शनिवार को कृषि और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने जलेसर रोड आंवलखेड़ा में छापा मारा तो अधिकारी भी हैरान रह गए. परमार खाद बीज भंडार के गोदाम में 2000 बोरी डीएपी मिली. जिसे कृषि विभाग की टीम ने जब्त कर गोदाम सील कर दिया.

जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि आंवलखेड़ा के बांधलू मोड़ पर एग्रो किसान सेवा केंद्र पर शुक्रवार रात टीम ने छापामार कार्रवाई के बाद सील किया. जहां पर शनिवार को जांच में 212 बोरी एनपीके खाद बरामद हुई है. इसके बाद टीम ने परमार खाद भंडार के गोदाम पर छापा मारा है. जहां गोदाम में 2000 बोरी डीएपी मिली. जिनकी स्टॉक रजिस्टर में एंट्री नहीं थी. जिस पर टीम ने दोनों गोदाम सील कर दिए हैं. दोनों ही आरोपियों के विरुद्ध केस दर्ज कराया जाएगा.

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कृषि विभाग के कर्मचारी पर जानलेवा हमला किया था: बता दें, कि बुधवार को डीएम के निर्देश पर यहां जांच के लिए प्राविधिक सहायक धर्मेंद्र जब आंवलखेड़ा पहुंचे, तो परमार खाद भंडार से गाड़ी में डीएपी लोड हो रही थी. जब डीएपी के बारे में पूछा तो परमार खाद बीज दुकान के मालिक टिंकू परमार ने प्राविधिक सहायक पर जानलेवा हमला किया. इस मामले में बरहन थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है. जिसमें, अभी तक आरोपी टिंकू परमार की गिरफ्तारी नहीं हुई है.


ये मिल रही गड़बड़ियां: आगरा मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने मंडल में डीएपी की किल्लत को लेकर अधिकारियों की टीमें बनाई हैं. जो निरीक्षण और छापेमार की कार्रवाई कर रही हैं. आगरा में डीएम के निर्देश पर जिला प्रशासन, राजस्व और कृषि विभाग की टीमें संयुक्त कार्रवाई कर ही हैं. सहकारी समितियों के साथ ही निजी खाद बीज विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई चल रही हैं. जांच में खूब फर्जीवाड़ा पकड़ में आ रहा है. अधिकतर संस्थानों पर स्टॉक रजिस्टर में गड़बड़ियां हैं. कालाबाजारी की आशंका और अनियमितताओं पर केवल एक ही एफआईआर हुई है. अन्य मामले में अब अफसर नोटिस भेज रहे हैं. जिले में आलू और गेहूं की बुआई शुरू हो गई है. जबकि, इस दौरान अभी डीएपी बोरी 300 से 500 रुपये तक ब्लैक में बिक रही है.


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