प्रयागराजः संगम नगरी की रेत पर बसे महाकुंभ नगर में रविवार को लगी भीषण आग ने शासन से लेकर प्रशासन को हिला कर रख दिया. आग इतनी भीषण थी कि चारों तरफ धुआं-धुआं ही नजर आ रहा था.
वहीं, सिलेंडर में ब्लास्ट होने से मेला क्षेत्र में हड़कंप मच गया और अफरातफरी का माहौल हो गया. आग मुख्य रोड पर लोहे के ब्रिज के नीचे लगी थी. जिस समय आग लगी, उस समय ट्रेन पुल से गुजर रही थी. जिसका वीडियो भी सामने आया है. आग उस समय लगी जब सीएम योगी आदित्यनाथ मेला क्षेत्र में मौजूद थे और कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे थे.
फायर सर्विस महाकुंभ डिप्टी डायरेक्टर अमन शर्मा का कहना है कि 20 मिनच में आग पर 45 दमकल की गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया. आग से गीता प्रेस के 150 कॉटेज, 25 टेंट जलकर राख हो गया. आग बुझने के बाद के सेक्टर 19 में राख के ढेर दिखाए दे रहे हैं. वहीं, ब्लास्ट हुए सिलेंडर और चूल्हे समेत लोहे के सामान बिखरे पड़े हैं. जिन्हें प्रशासन द्वारा हटवाया जा रहा है.
यागराज के DM रविंद्र कुमार के मुताबिक सेक्टर 19 स्थित गीता प्रेस में पहले आग लगी. इसके बाद तेज चल रही हवाओं के कारण कई टेंट को अपने चपेट में लिया. जिसकी वजह से आग ने और विकराल रूप धारण कर लिया.
बताया जा रहा है कि टेंट में खाना बनाते समय आग लगी और फिर गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने लगे, जिससे हालात बेकाबू होते नजर आए. इसके बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड ने मोर्चा संभाला. कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर-19 में पांटून पुल 12 स्थित अखिल भारतीय धर्म संघ श्रीकरपात्री धाम वाराणसी के शिविर में आग लगी थी. इसके बाद कैंपों में रखे एलपीजी सिलेंडर आग की चपेट में आ गए थे.
जिसकी वजह से रुक-रुककर सिलेंडर फटने लगे. आग के कारण 19 में सिलेंडर फटने की जानकारी अभी तक सामने आई है. वहीं, 18 शिविर आग की चपेट में आने से खाक हो गए. दमकल की 15-16 गाड़ियां मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है.
आग लगने के दो मिनट बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंचीं. दो-तीन शिविरों की जद में आग बढ़ी तो तीन सिलिंडर भी फटने की आवाज आई. आग बढ़ते-बढ़ते करीब 100 वर्ग मीटर से ज्यादा फैल गई. इस दौरान करीब 30 फीट उंचाई तक धुआं दिखाई दिया.
महाकुंभ में लगी भीषण आग में अभी 25 से ज्यादा टेंट जलने की बात कही जा रही है. आग मुख्य रोड पर लोहे के ब्रिज के पास लगी थी. रेलवे पुल होने से ट्रेनों का संचालन भी रोक दिया गया है.