श्रीगंगानगर: भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित गांव 18P की रोही में दो पिस्टल मिलने का मामला सामने आया है. सीमा सुरक्षा बल की 23वीं बटालियन की जी ब्रांच को इस संबंध में अवैध हथियारों की जानकारी मिली थी. सूचना के आधार पर BSF ने सर्च अभियान चलाया है. आशंका जताई जा रही है कि यह पिस्तौल पाकिस्तान द्वारा ड्रोन के माध्यम से ड्रॉप किए गए हैं.
पीले रंग के प्लास्टिक बैग में मिले पिस्टल: एसपी गौरव यादव ने बताया कि सर्च अभियान के दौरान एक प्लास्टिक के पैकेट में दो पिस्टल बरामद हुई है. इन दोनों पिस्टलों पर 'MADE IN USA' लिखा हुआ है. यह घटना क्षेत्र में सुरक्षा और तस्करी को लेकर चिंताएं बढ़ाने वाली है. BSF के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर दोनों पिस्टल को अपने कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है.
ड्रोन के माध्यम से तस्करी की घटनाओं में इजाफा: यह पिछले 6 महीनों में पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार गिराने की तीसरी घटना है. BSF द्वारा की गई प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह मामला पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से तस्करी का हो सकता है. सीमावर्ती क्षेत्रों में हाल के वर्षों में ड्रोन का उपयोग करके हेरोइन और हथियारों की तस्करी की कई घटनाएं दर्ज की गई हैं. इस तरह की घटनाएं सीमा क्षेत्र में सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करती हैं. BSF लगातार सीमावर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ा रही है. ड्रोन तस्करी रोकने के लिए आधुनिक उपकरण और रणनीतियों का उपयोग किया जा रहा है.
क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरा: भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ती तस्करी और हथियारों की बरामदगी सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती है. BSF ने इस मामले में स्थानीय पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ तालमेल बनाकर कार्रवाई शुरू कर दी है. बीएसएफ और पुलिस ने स्थानीय लोगों को भी किसी भी संदिग्ध गतिविधि होनेपर तुरंत सूचना देने की अपील की है.