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जंगलात महकमे में गार्ड लगने की चाह दो भाइयों को पड़ी महंगी, लाखों रुपये गंवाकर जाना पड़ा थाने - Shimla Job Fraud

2 brothers cheated by fraud: वन विभाग में फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी के लिए शातिर से संपर्क करना दो सगे भाइयों को काफी महंगा पड़ा. फर्जी तरीके से नौकरी पाने के लालच में दोनों भाई लाखों रुपये की ठगी का शिकार हो गए. फिलहाल मामला पुलिस थाने में पहुंचा है.

डम्मी इमेज
डम्मी इमेज (फाइल फोटो)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : May 16, 2024, 12:35 PM IST

शिमला: वन विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर दो भाइयों से लाखों रुपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने एक युवक को शिमला में गिरफ्तार किया है. आरोपी दिलीप नेगी उम्र 22 साल निवासी गांव बरी, तहसील निचार, किन्नौर का रहना वाला है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर बुधवार को कोर्ट में पेश किया. पुलिस ने उसे 20 मई तक रिमांड पर लिया है.

प्रारंभिक जांच के मुताबिक आरोपी युवक सचिवालय से लेकर जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों से जान-पहचान का हवाला देकर ठगी को अंजाम देता रहा. पुलिस के मुताबिक नौकरी के नाम पर ठगी का यह खेल मार्च 2024 से मई तक खेला गया. रोहड़ू के चिड़गांव निवासी निशांत और रितिक सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहे थे. ये दोनों न्यू शिमला में किराये का कमरा लेकर रह रहे थे. यहां इनकी मुलाकात आरोपी दिलीप से हुई. दिलीप ने वन विभाग में जान-पहचान होने की बात कहकर दोनों युवकों को फॉरेस्ट गार्ड के पद पर नौकरी लगवाने का झांसा दिया. इसके लिए आरोपी ने रुपयों की मांग की.

आरोपी ने युवकों से की 8.63 लाख रुपये की ठगी

आरोपी ने युवकों से 8 लाख 63 हजार रुपये हड़प लिए. नौकरी के नियुक्ति पत्र फर्जी निकलने पर युवकों को ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने न्यू शिमला पुलिस स्टेशन में शिकायत की. उधर, पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी है.

आरोपी के बैंक दस्तावेजों को भी खंगाला जा रहा है. जानकारी के अनुसार, पीड़ित के परिजनों ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर मामले की शिकायत दी. इसके बाद रोहड़ू इकाई का गुप्तचर विभाग भी सक्रिय हुआ. बताया जा रहा है कि आरोपी युवक दिलीप नेगी चिड़गांव के युवक निशांत के संपर्क में मार्च महीने में आया था.

निशांत रोजगार की तलाश में था. आरोपी ने निशांत को वन विभाग में रोजगार देने की बात कही. इस दौरान निशांत का जाली एनसीसी कैडेट्स का प्रमाण पत्र और जाली नियुक्ति पत्र भी बनवाया और 15 मई को ज्वाइनिंग करने के लिए कहा. इसके बाद आरोपी ने निशांत से रुपये ऐंठने शुरू किए. एक महीने में आरोपी ने निशांत से 8.63 लाख रुपये ऐंठ लिए.

आरोपी की ओर से शिलादेश गांव के ही कुछ अन्य युवकों से लाखों रुपये की ठगी करने की शिकायत भी पुलिस महानिदेशक को भेजी गई है. निशांत को जब दिलीप नेगी पर शक हुआ, तो उसने मामले की जानकारी अपने पिता उत्तम चंद को दी. इसके बाद पुलिस महानिदेशक को शिकायत पत्र भेजा गया. बीते दिन मामले की एफआईआर न्यू शिमला पुलिस थाने में दी गई थी.

ये भी पढ़ें: शराब के नशे में धुत होकर शिक्षा के मंदिर पहुंचा प्रवक्ता, SMC ने की कड़ी कार्रवाई की मांग

शिमला: वन विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर दो भाइयों से लाखों रुपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने एक युवक को शिमला में गिरफ्तार किया है. आरोपी दिलीप नेगी उम्र 22 साल निवासी गांव बरी, तहसील निचार, किन्नौर का रहना वाला है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर बुधवार को कोर्ट में पेश किया. पुलिस ने उसे 20 मई तक रिमांड पर लिया है.

प्रारंभिक जांच के मुताबिक आरोपी युवक सचिवालय से लेकर जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों से जान-पहचान का हवाला देकर ठगी को अंजाम देता रहा. पुलिस के मुताबिक नौकरी के नाम पर ठगी का यह खेल मार्च 2024 से मई तक खेला गया. रोहड़ू के चिड़गांव निवासी निशांत और रितिक सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहे थे. ये दोनों न्यू शिमला में किराये का कमरा लेकर रह रहे थे. यहां इनकी मुलाकात आरोपी दिलीप से हुई. दिलीप ने वन विभाग में जान-पहचान होने की बात कहकर दोनों युवकों को फॉरेस्ट गार्ड के पद पर नौकरी लगवाने का झांसा दिया. इसके लिए आरोपी ने रुपयों की मांग की.

आरोपी ने युवकों से की 8.63 लाख रुपये की ठगी

आरोपी ने युवकों से 8 लाख 63 हजार रुपये हड़प लिए. नौकरी के नियुक्ति पत्र फर्जी निकलने पर युवकों को ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने न्यू शिमला पुलिस स्टेशन में शिकायत की. उधर, पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी है.

आरोपी के बैंक दस्तावेजों को भी खंगाला जा रहा है. जानकारी के अनुसार, पीड़ित के परिजनों ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर मामले की शिकायत दी. इसके बाद रोहड़ू इकाई का गुप्तचर विभाग भी सक्रिय हुआ. बताया जा रहा है कि आरोपी युवक दिलीप नेगी चिड़गांव के युवक निशांत के संपर्क में मार्च महीने में आया था.

निशांत रोजगार की तलाश में था. आरोपी ने निशांत को वन विभाग में रोजगार देने की बात कही. इस दौरान निशांत का जाली एनसीसी कैडेट्स का प्रमाण पत्र और जाली नियुक्ति पत्र भी बनवाया और 15 मई को ज्वाइनिंग करने के लिए कहा. इसके बाद आरोपी ने निशांत से रुपये ऐंठने शुरू किए. एक महीने में आरोपी ने निशांत से 8.63 लाख रुपये ऐंठ लिए.

आरोपी की ओर से शिलादेश गांव के ही कुछ अन्य युवकों से लाखों रुपये की ठगी करने की शिकायत भी पुलिस महानिदेशक को भेजी गई है. निशांत को जब दिलीप नेगी पर शक हुआ, तो उसने मामले की जानकारी अपने पिता उत्तम चंद को दी. इसके बाद पुलिस महानिदेशक को शिकायत पत्र भेजा गया. बीते दिन मामले की एफआईआर न्यू शिमला पुलिस थाने में दी गई थी.

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