ETV Bharat / state

चारधाम में श्रद्धालुओं के हार्ट पर 'अटैक', अब तक 160 की हुई मौत, एक क्लिक में जानें डिटेल - Death toll in Chardham Yatra

Chardham Yatra 2024, Death toll in Chardham Yatra चारधाम समेत हेमकुंड साहिब में श्रद्धालुओं के मौतों का आंकड़ा लगातारर बढ़ता जा रहा है. धामों में श्रद्धालुओं की मौतों का आंकड़ा भी 160 पहुंच गया है. ये सभी मौतें हार्ट अटैक की वजह से हुई हैं.

author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 26, 2024, 7:23 PM IST

Updated : Jun 26, 2024, 7:34 PM IST

Etv Bharat
चारधाम में श्रद्धालुओं के हार्ट पर 'अटैक' (Etv Bharat)

देहरादून: उत्तराखंड में बारिश का सिलसिला शुरू होने के बाद धामों में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या में कमी आना शुरू हो गई है. बीते कुछ दिन पहले धामों में रोजाना 55 हजार श्रद्धालु दर्शन कर रहे थे, पिछले चार दिनों से श्रद्धालुओं की संख्या 30 से 35 हजार तक पहुंच गई है. धामों में श्रद्धालुओं की मौतों का आंकड़ा भी 160 पहुंच गया है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 24 घंटे के भीतर एक भी श्रद्धालु की मौत नहीं हुई है, जो कि राहत भरी खबर है. अब तक चारधाम समेत हेमकुंड साहिब में 160 श्रद्धालुओं की मौत हृदय गति रुकने से हो चुकी है.

प्रदेश में प्री मॉनसून ने दी दस्तक: प्रदेश में तीन दिन पूर्व ही प्री मानसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में अगले कुछ दिनों में ही मानसून भी दस्तक देने वाला है. प्रदेश में प्री मानसून की दस्तक के बाद ही धामों में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या घटनी शुरू हो गई है. मिली जानकारी के अनुसार 26 जून की शाम साढ़े 5 बजे तक चारधाम समेत हेमकुंड साहिब के कुल 33,767 श्रद्धालुओ ने दर्शन किए. अभी तक चारधाम यात्रा समेत हेमकुंड साहिब में कुल 27,85,217 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में मानसून सीजन की दस्तक के बाद श्रद्धालुओ की संख्या और अधिक घटने की संभावना है. मानसून की विदाई के बाद करीब 15 सितंबर से श्रद्धालुओं के आने की संख्या एक बार फिर रफ्तार पकड़ेगी.

चारधामों में श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा: राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिले आकड़ों के अनुसार सबसे अधिक 76 श्रद्धालुओं की मौतें केदारनाथ धाम में हुई हैं. इसके साथ ही बदरीनाथ धाम में 38 श्रद्धालुओं, यमुनोत्री धाम में 29 श्रद्धालुओं, गंगोत्री धाम में 13 श्रद्धालुओं और हेमकुंड साहिब में अब तक 4 श्रद्धालुओ की मौतें हो चुकी हैं. धामों में लगातार बढ़ रहे श्रद्धालुओं के मौतों का आंकड़ा प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ हैय अभी भी चारधाम यात्रा में करीब चार महीने का वक्त बचा हुआ है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है पिछले साल यात्रा सीजन के दौरान हुए करीब 250 श्रद्धालुओं के मौतों का आंकड़ा इस यात्रा सीजन में पार हो जायेगा.

चारोंधामों में श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा: बता दें गंगोत्री धाम के कपाट 10 मई को खुले थे. जिसके बाद से अभी तक 4,79,092 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. यमुनोत्री धाम के कपाट 10 मई को खुले थे. जिसके बाद से अभी तक 4,54,924 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. बाबा केदारनाथ धाम के कपाट भी इस सीजन 10 मई को खोले गए थे. जिसके बाद से अभी तक 9,77,389 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खोले गए थे. जिसके बाद से अभी तक 7,57,849 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. इसी क्रम में हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खुले. जिसके बाद से अभी तक 1,10,083 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.

पढ़ें- चारधाम यात्रियों की मौत का डाटा एनालिसिस करेगा स्वास्थ्य विभाग, अबतक 56 लोगों की हो चुकी है मौत - Data Analysis of Pilgrims Death

देहरादून: उत्तराखंड में बारिश का सिलसिला शुरू होने के बाद धामों में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या में कमी आना शुरू हो गई है. बीते कुछ दिन पहले धामों में रोजाना 55 हजार श्रद्धालु दर्शन कर रहे थे, पिछले चार दिनों से श्रद्धालुओं की संख्या 30 से 35 हजार तक पहुंच गई है. धामों में श्रद्धालुओं की मौतों का आंकड़ा भी 160 पहुंच गया है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 24 घंटे के भीतर एक भी श्रद्धालु की मौत नहीं हुई है, जो कि राहत भरी खबर है. अब तक चारधाम समेत हेमकुंड साहिब में 160 श्रद्धालुओं की मौत हृदय गति रुकने से हो चुकी है.

प्रदेश में प्री मॉनसून ने दी दस्तक: प्रदेश में तीन दिन पूर्व ही प्री मानसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में अगले कुछ दिनों में ही मानसून भी दस्तक देने वाला है. प्रदेश में प्री मानसून की दस्तक के बाद ही धामों में आने वाले श्रद्धालुओ की संख्या घटनी शुरू हो गई है. मिली जानकारी के अनुसार 26 जून की शाम साढ़े 5 बजे तक चारधाम समेत हेमकुंड साहिब के कुल 33,767 श्रद्धालुओ ने दर्शन किए. अभी तक चारधाम यात्रा समेत हेमकुंड साहिब में कुल 27,85,217 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में मानसून सीजन की दस्तक के बाद श्रद्धालुओ की संख्या और अधिक घटने की संभावना है. मानसून की विदाई के बाद करीब 15 सितंबर से श्रद्धालुओं के आने की संख्या एक बार फिर रफ्तार पकड़ेगी.

चारधामों में श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा: राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिले आकड़ों के अनुसार सबसे अधिक 76 श्रद्धालुओं की मौतें केदारनाथ धाम में हुई हैं. इसके साथ ही बदरीनाथ धाम में 38 श्रद्धालुओं, यमुनोत्री धाम में 29 श्रद्धालुओं, गंगोत्री धाम में 13 श्रद्धालुओं और हेमकुंड साहिब में अब तक 4 श्रद्धालुओ की मौतें हो चुकी हैं. धामों में लगातार बढ़ रहे श्रद्धालुओं के मौतों का आंकड़ा प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ हैय अभी भी चारधाम यात्रा में करीब चार महीने का वक्त बचा हुआ है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है पिछले साल यात्रा सीजन के दौरान हुए करीब 250 श्रद्धालुओं के मौतों का आंकड़ा इस यात्रा सीजन में पार हो जायेगा.

चारोंधामों में श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा: बता दें गंगोत्री धाम के कपाट 10 मई को खुले थे. जिसके बाद से अभी तक 4,79,092 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. यमुनोत्री धाम के कपाट 10 मई को खुले थे. जिसके बाद से अभी तक 4,54,924 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. बाबा केदारनाथ धाम के कपाट भी इस सीजन 10 मई को खोले गए थे. जिसके बाद से अभी तक 9,77,389 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खोले गए थे. जिसके बाद से अभी तक 7,57,849 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. इसी क्रम में हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खुले. जिसके बाद से अभी तक 1,10,083 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.

पढ़ें- चारधाम यात्रियों की मौत का डाटा एनालिसिस करेगा स्वास्थ्य विभाग, अबतक 56 लोगों की हो चुकी है मौत - Data Analysis of Pilgrims Death

Last Updated : Jun 26, 2024, 7:34 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.