जयपुर. सूर्य सप्तमी पर शुक्रवार को क्रीड़ा भारती के आह्वान पर प्रदेशभर में सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया. जयपुर के अल्बर्ट हॉल के बाहर रामनिवास बाग में भी बड़ी संख्या में लोगों ने 108 सूर्य नमस्कार किए, जिसमें 8 वर्ष के आदित्य से लेकर 67 वर्ष के जगदीश नारायण ने भी भाग लिया.
क्रीड़ा भारती के राजस्थान क्षेत्र संयोजक मेघ सिंह ने बताया कि सूर्य सप्तमी के अवसर पर क्रीड़ा भारती की ओर से पूरे देश भर में इस तरह के आयोजन किए जाते हैं. इस क्रम में राजस्थान में भी सभी जिलों में सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम हुए हैं. जयपुर में पिछले दो वर्ष से 108 सामूहिक सूर्य नमस्कार का कार्यक्रम शुरू किया गया. यहां लगभग 550 लोगों ने एक साथ सूर्य नमस्कार किया. इसमें 8 वर्ष से लेकर 67 वर्ष की आयु के महिला, पुरुष और बच्चे शामिल हुए. उन्होंने बताया कि सूर्य नमस्कार योग की एक सूक्ष्म प्रक्रिया है, जिसे नियमित करने से 100 वर्ष तक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं. यदि विद्यार्थी नियमित सूर्य नमस्कार करते हैं, तो उनकी स्मरण शक्ति भी बढ़ती है.
आसन नहीं बल्कि पूर्वजों की दी हुई विरासत : महापौर सौम्या गुर्जर ने कहा कि इस तरह के आयोजन से हमारी परंपरा, संस्कृति और दर्शन जीवंत होती है. ये सिर्फ एक आसन नहीं बल्कि विरासत के रूप में पूर्वजों की ओर से दिया गया अच्छे स्वास्थ्य का व्यायाम है. उन्होंने बताया कि निगम में हर दिन सुबह 9:30 से 9:45 तक योगाभ्यास किया जाता है. जून के महीने में योग की शृंखला चलाते हुए शहर को योगमय बनाया जाएगा.
सूर्य सप्तमी पर सामूहिक 108 सूर्य नमस्कार : 'आदित्यस्य नमस्कारान् ये कुर्वन्ति दिने दिने. आयुः प्रज्ञा बलं वीर्यं तेजस्तेषां च जायते.' इस मंत्रोच्चार के साथ भगवान सूर्य के प्राकट्य दिवस सूर्य सप्तमी पर सामूहिक 108 सूर्य नमस्कार किए गए. इस सर्वांग योग में हस्त उत्तानासन, हस्त पादासन, अश्व संचालन, चतुरंग दंडासन, अष्टांग नमस्कार, भुजंगासन, अधोमुख श्वानासन का सामूहिक प्रदर्शन किया गया. इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम, प्रांत सहसंघ चालक डॉ. हेमंत सेठिया, महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर भी मौजूद रहीं.