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Rajasthan: मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला, 7 छात्रा और तीन छात्र एक सप्ताह के लिए निष्कासित

जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के मामले में 7 छात्राओं और तीन छात्रों को एक सप्ताह के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया है.

जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज में रैगिंग
जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज में रैगिंग (ETV Bharat Bharatpur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 2 hours ago

भरतपुर : जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज में लगातार दो दिन तक रैगिंग के मामलों को लेकर अब कॉलेज प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है. रैगिंग की पुष्टि होने के बाद कॉलेज प्रशासन ने 7 छात्राओं और तीन छात्रों को एक सप्ताह के लिए कॉलेज कक्षाओं से निष्कासित कर दिया है. साथ ही वो एक माह तक कॉलेज की लाइब्रेरी, खेल मैदान और जिम का भी इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे.

7 छात्रा और 3 छात्र दोषी : कॉलेज प्राचार्य डॉ. तरुण लाल ने बताया कि बीते दिनों कॉलेज में रैगिंग के दो अलग-अलग मामले आए थे. कुछ सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों को फोन पर धमकाया था और उसके अगले दिन कॉलेज के कॉमन रूम में सीनियर छात्राओं ने जूनियर छात्राओं की एक साथ रैगिंग ली थी. इस संबंध में पड़ताल की गई तो जूनियर छात्राओं ने लिखित में सीनियर छात्रों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की मांग की थी, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के नियमानुसार 7 छात्राओं और 3 छात्रों को दोषी मानते हुए 7 दिन के लिए कक्षाओं से निष्कासित कर दिया है. साथ ही एक माह तक लाईब्रेरी, जिम और खेल मैदान का भी उपयोग करने पर मनाही की गई है.

पढ़ें. एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज में सीनियर्स पर रैगिंग का आरोप! एंटी रैगिंग सेल ने तुरंत बुलाई बैठक

ये था मामला : बता दें कि 21 अक्टूबर को कॉलेज के कॉमन रूम में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की 13 छात्राओं को एक साथ खड़ा करके सीनियर छात्राओं ने रैगिंग ली. कॉलेज कर्मचारियों ने इस घटना के फोटो वीडियो भी बना लिए. जबकि एक दिन पहले ही सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्र को फोन कर धमकाया. दोनों घटनाओं के बाद कॉलेज प्रशासन ने घटनाओं की जांच की और जांच में रैगिंग की पुष्टि होने पर यह कदम उठाया.

भरतपुर : जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज में लगातार दो दिन तक रैगिंग के मामलों को लेकर अब कॉलेज प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है. रैगिंग की पुष्टि होने के बाद कॉलेज प्रशासन ने 7 छात्राओं और तीन छात्रों को एक सप्ताह के लिए कॉलेज कक्षाओं से निष्कासित कर दिया है. साथ ही वो एक माह तक कॉलेज की लाइब्रेरी, खेल मैदान और जिम का भी इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे.

7 छात्रा और 3 छात्र दोषी : कॉलेज प्राचार्य डॉ. तरुण लाल ने बताया कि बीते दिनों कॉलेज में रैगिंग के दो अलग-अलग मामले आए थे. कुछ सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों को फोन पर धमकाया था और उसके अगले दिन कॉलेज के कॉमन रूम में सीनियर छात्राओं ने जूनियर छात्राओं की एक साथ रैगिंग ली थी. इस संबंध में पड़ताल की गई तो जूनियर छात्राओं ने लिखित में सीनियर छात्रों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की मांग की थी, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के नियमानुसार 7 छात्राओं और 3 छात्रों को दोषी मानते हुए 7 दिन के लिए कक्षाओं से निष्कासित कर दिया है. साथ ही एक माह तक लाईब्रेरी, जिम और खेल मैदान का भी उपयोग करने पर मनाही की गई है.

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ये था मामला : बता दें कि 21 अक्टूबर को कॉलेज के कॉमन रूम में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की 13 छात्राओं को एक साथ खड़ा करके सीनियर छात्राओं ने रैगिंग ली. कॉलेज कर्मचारियों ने इस घटना के फोटो वीडियो भी बना लिए. जबकि एक दिन पहले ही सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्र को फोन कर धमकाया. दोनों घटनाओं के बाद कॉलेज प्रशासन ने घटनाओं की जांच की और जांच में रैगिंग की पुष्टि होने पर यह कदम उठाया.

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