नई दिल्ली: पेरिस पैरालिंपिक 2024 खेलों की शुरुआत आज यानि 28 अगस्त से हो चुकी है. भारतीय एथलीट्स 29 अगस्त यानि गुरुवार से अपने अभियान की शुरुआत करते वाले हैं. भारत 84 एथलीटों के दल के साथ प्रतियोगिता में भाग लेगा, जो किसी भी संस्करण में देश का अब तक का सबसे बड़ा दल है.
टोक्यो में पिछले संस्करण में 54 प्रतिभागियों ने विभिन्न इवेंट्स में देश का प्रतिनिधित्व किया था. भारतीय एथलीट अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने और पेरिस खेलों में पोडियम फिनिश हासिल करने के लिए 12 खेलों में भाग लेंगे. पैरा-साइक्लिंग, पैरा-रोइंग और पैरा-जूडो तीन नए खेल हैं जिनमें भारत का प्रतिनिधित्व होगा.
Opening shortly!
— SAI Media (@Media_SAI) August 28, 2024
Let's get ready to cheer for our Indian🇮🇳 #ParaContingent as our flag bearers for the opening ceremony, javelin thrower Sumit Antil and shot-putter Bhagyashri Jadhav, are all set to wave the Indian Tricolour 🇮🇳 high in the French🇫🇷 capital.
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2020 के खेल देश के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर थे क्योंकि उन्होंने पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक सहित 19 पदक जीते थे. यह देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था और भारतीय एथलीट इस बार पदकों की संख्या में सुधार करना चाहेंगे और पदक तालिका में उच्च स्थान हासिल करना चाहेंगे. आज हम आपको भारत के कुछ ऐसे एथलीट के बारे में बताने वाले हैं, जो देश के लिए पदक जीत सकते हैं.
ये 5 पैरा एथलीट जीत सकते हैं भारत के लिए पदक
- अवनी लेखरा (पैरा-शूटिंग) : टोक्यो 2020 में अवनी ने पैरालंपिक स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर इतिहास रच दिया. वह 10 मीटर एयर राइफल SH1 इवेंट में पोडियम के शीर्ष पर रहीं और 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन SH1 में कांस्य पदक भी जीता. SH1 श्रेणी निचले अंगों की विकलांगता वाले एथलीटों के लिए डिज़ाइन की गई है और वे खड़े या बैठे हुए शूटिंग कर सकते हैं.
- सुमित अंतिल (पैरा-एथलेटिक्स) : सुमित ने चार साल पहले पुरुषों की F64 भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीता था और अब वह फ्रांस की राजधानी में भी यही दोहराना चाहेंगे. उन्होंने स्वर्ण जीतने के अपने सफर में तीन बार विश्व रिकॉर्ड तोड़ा और स्वर्ण पदक के साथ अपने ही विश्व रिकॉर्ड को तोड़ना उनके लिए एक उल्लेखनीय क्षण होगा. सुमित दो बार के विश्व चैंपियन हैं, उन्होंने 2023 और 2024 में विश्व पैरा चैंपियनशिप जीती है. उनके शानदार फॉर्म और पिछली सफलताओं को देखते हुए भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी के पास पोडियम के शीर्ष पर रहने का अच्छा मौका है.
- शीतल देवी (पैरा-तीरंदाजी) : 17 साल की उम्र में शीतल देवी एक उभरती हुई स्टार हैं. उन्होंने 2022 एशियाई पैरा खेलों में व्यक्तिगत और मिश्रित टीम कंपाउंड स्पर्धाओं में स्वर्ण जीतकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया. साथ ही वह कंपाउंड ओपन महिला वर्ग में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी हैं. 2023 में उन्होंने पैरा-तीरंदाजी विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता और पेरिस खेलों में जगह बनाई.
- मानसी जोशी (पैरा-बैडमिंटन) : मानसी जोशी पैरा-बैडमिंटन की दुनिया के शीर्ष नामों में से एक हैं. वह सात बार की विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता हैं और महिला एकल SL3 में शीर्ष रैंक वाली खिलाड़ी हैं. इसके अलावा उन्होंने एशियाई पैरा खेलों में तीन पदक और एशियाई चैंपियनशिप में एक कांस्य पदक जीता है. अपने नाम के साथ पहले से ही कई उपलब्धियां जुड़ी होने के कारण, मानसी भारत के लिए पदक की दावेदारों में से एक हैं.
- कृष्णा नागर (पैरा-बैडमिंटन) : कृष्णा पुरुष एकल SH6 श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करते हैं और उन्हें विश्व में दूसरे स्थान पर रखा गया था. वह टोक्यो में देश के लिए स्वर्ण पदक विजेताओं में से एक थे, जिन्होंने इस आयोजन के फाइनल में हांगकांग के चू मान काई को 21-17, 16-21, 21-17 से हराया था. इसके अलावा नागर ने 2024 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण और 2019 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता है. 25 वर्षीय को 2021 में खेल रत्न पुरस्कार दिया गया, जो देश का सर्वोच्च खेल सम्मान है. उपलब्धियों की अधिकता नागर को पदक का प्रबल दावेदार बनाती है.