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क्या पेरिस ओलंपिक में खत्म होगी तीरंदाजी में पदक की तलाश, संजीव सिंह को तीन मेडल की उम्मीद - Paris Olympics 2024

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By ANI

Published : Jul 22, 2024, 2:19 PM IST

Updated : Jul 22, 2024, 3:03 PM IST

ओलंपिक 2024 में सिर्फ कुछ दिन बाकी है. तीरंदाजी में भारत ने किसी भी ओलंपिक में अब तक पदक नहीं जीता है. भारत को उम्मीद है कि इस बार भारत तीरंदाजी में पदक जीतेगा. इतना ही नहीं भारत को तीन-तीन पदक की उम्मीद है. पढ़ें पूरी खबर.....

Paris Olympics
तीरंदाज (ANI PHOTO)

नई दिल्ली : ओलंपिक 26 जुलाई से शुरू होने दा रहा है. भारत को इस बार अपने कुल पदकों में इजाफे की उम्मीद है. पूर्व ओलंपियन और एसएआई के निदेशक संजीव सिंह ने कहा कि तीरंदाजी पदक के लिए भारत की तलाश पेरिस ओलंपिक 2024 में समाप्त होनी चाहिए. पेरिस ओलंपिक में तीरंदाजी प्रतियोगिता 25 जुलाई से शुरू होगी और 4 अगस्त तक जारी रहेगी.

भारत इस खेल में सभी पांच श्रेणियों - पुरुषों की व्यक्तिगत रिकर्व, महिलाओं की व्यक्तिगत रिकर्व, पुरुषों और महिलाओं की टीमों और मिश्रित टीमों में भाग लेगा. छह भारतीय तीरंदाजों - धीरज बोम्मादेवरा, प्रवीण जाधव, तरुणदीप राय, दीपिका कुमारी, भजन कौर और अंकिता भक्त - ने पेरिस 2024 के लिए कोटा स्थान जीते हैं.

फ्रांस के प्रशिक्षण के बाद, तीरंदाज पेरिस ओलंपिक खेल गांव में प्रवेश करने वाले पहले लोगों में से थे. संजीव सियोल में 1988 ओलंपिक में व्यक्तिगत और टीम स्पर्धाओं में भाग लेने वाले सिंह को लगता है कि भारत 'कम से कम तीन पदक जीत सकता है, क्योंकि टीम ने खेलों से पहले बहुत तैयारी की है. खेल मंत्रालय ने पेरिस ओलंपिक के लिए 2021 से 2024 तक तीरंदाजी पर 39.18 करोड़ रुपये का खर्चा किया है.

SAI की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में सिंह के हवाले से कहा गया, 'टोक्यो की तुलना में, तैयारी बेहतर तरीके से नियोजित की गई है, जिसमें वैज्ञानिक प्रशिक्षण, मानसिक कंडीशनिंग और सबसे महत्वपूर्ण बात, ओलंपिक प्रारूप के अनुरूप घरेलू टूर्नामेंटों की प्रकृति में बदलाव पर बहुत अधिक जोर दिया गया है.

उन्होंने कहा अगर हम मौजूदा फॉर्म और तीरंदाजों के प्रदर्शन को देखें, तो हम वास्तविक रूप से तीन पदक देख सकते हैं - पुरुष व्यक्तिगत, पुरुष टीम और मिश्रित टीम। इन तीनों में से एक जरूर होगा. महिलाओं की प्रतियोगिता से पदक एक बोनस होगा, लेकिन टीम को एक साथ मिलकर काम करना होगा.

भारतीय पुरुषों ने इस साल कुछ बेहतरीन परिणाम हासिल किए हैं. अप्रैल में, राय, जाधव और बोम्मादेवरा की तिकड़ी ने शंघाई में मौजूदा ओलंपिक चैंपियन दक्षिण कोरिया को हराकर ऐतिहासिक विश्व कप स्वर्ण जीता. 14 साल बाद मिला यह स्वर्ण पदक जून में तुर्की के अंताल्या में होने वाले अंतिम ओलंपिक क्वालीफायर से पहले भारत के बढ़ते आत्मविश्वास का प्रमाण है. सिंह ने जोर देकर कहा कि बोम्मादेवरा पुरुष व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक की संभावना है और अगर अनुभवी राय, जो पेरिस में अपना चौथा ओलंपिक खेलेंगे, समय के दबाव में नहीं आते हैं, तो टीम में पदक की संभावना बढ़ जाएगी.

पुरुष और महिला दोनों टीमें अपनी मौजूदा विश्व रैंकिंग के आधार पर पेरिस 2024 के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं. मौजूदा विश्व तीरंदाजी रैंकिंग के अनुसार, भारतीय पुरुष (238 अंक) दक्षिण कोरिया (340) के बाद दूसरे स्थान पर हैं। चीनी ताइपे (226), पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (212) और इटली (207) शीर्ष पांच में शामिल हैं.

सिंह ने कहा, 'ओलंपिक में पदक जीतने के लिए सबसे बड़ा कारक है लड़ने की भावना. उन्होंने कहा सीनियर खिलाड़ियों को आगे आकर टीम का नेतृत्व करना होगा और एकजुट होकर शानदार प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण है. हमने लक्ष्य पर नहीं बल्कि प्रक्रिया पर बहुत जोर दिया है.

यह भी पढ़ें : मोहम्मद शमी की कब होगी मैदान पर वापसी, अगरकर ने दिया जवाब

नई दिल्ली : ओलंपिक 26 जुलाई से शुरू होने दा रहा है. भारत को इस बार अपने कुल पदकों में इजाफे की उम्मीद है. पूर्व ओलंपियन और एसएआई के निदेशक संजीव सिंह ने कहा कि तीरंदाजी पदक के लिए भारत की तलाश पेरिस ओलंपिक 2024 में समाप्त होनी चाहिए. पेरिस ओलंपिक में तीरंदाजी प्रतियोगिता 25 जुलाई से शुरू होगी और 4 अगस्त तक जारी रहेगी.

भारत इस खेल में सभी पांच श्रेणियों - पुरुषों की व्यक्तिगत रिकर्व, महिलाओं की व्यक्तिगत रिकर्व, पुरुषों और महिलाओं की टीमों और मिश्रित टीमों में भाग लेगा. छह भारतीय तीरंदाजों - धीरज बोम्मादेवरा, प्रवीण जाधव, तरुणदीप राय, दीपिका कुमारी, भजन कौर और अंकिता भक्त - ने पेरिस 2024 के लिए कोटा स्थान जीते हैं.

फ्रांस के प्रशिक्षण के बाद, तीरंदाज पेरिस ओलंपिक खेल गांव में प्रवेश करने वाले पहले लोगों में से थे. संजीव सियोल में 1988 ओलंपिक में व्यक्तिगत और टीम स्पर्धाओं में भाग लेने वाले सिंह को लगता है कि भारत 'कम से कम तीन पदक जीत सकता है, क्योंकि टीम ने खेलों से पहले बहुत तैयारी की है. खेल मंत्रालय ने पेरिस ओलंपिक के लिए 2021 से 2024 तक तीरंदाजी पर 39.18 करोड़ रुपये का खर्चा किया है.

SAI की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में सिंह के हवाले से कहा गया, 'टोक्यो की तुलना में, तैयारी बेहतर तरीके से नियोजित की गई है, जिसमें वैज्ञानिक प्रशिक्षण, मानसिक कंडीशनिंग और सबसे महत्वपूर्ण बात, ओलंपिक प्रारूप के अनुरूप घरेलू टूर्नामेंटों की प्रकृति में बदलाव पर बहुत अधिक जोर दिया गया है.

उन्होंने कहा अगर हम मौजूदा फॉर्म और तीरंदाजों के प्रदर्शन को देखें, तो हम वास्तविक रूप से तीन पदक देख सकते हैं - पुरुष व्यक्तिगत, पुरुष टीम और मिश्रित टीम। इन तीनों में से एक जरूर होगा. महिलाओं की प्रतियोगिता से पदक एक बोनस होगा, लेकिन टीम को एक साथ मिलकर काम करना होगा.

भारतीय पुरुषों ने इस साल कुछ बेहतरीन परिणाम हासिल किए हैं. अप्रैल में, राय, जाधव और बोम्मादेवरा की तिकड़ी ने शंघाई में मौजूदा ओलंपिक चैंपियन दक्षिण कोरिया को हराकर ऐतिहासिक विश्व कप स्वर्ण जीता. 14 साल बाद मिला यह स्वर्ण पदक जून में तुर्की के अंताल्या में होने वाले अंतिम ओलंपिक क्वालीफायर से पहले भारत के बढ़ते आत्मविश्वास का प्रमाण है. सिंह ने जोर देकर कहा कि बोम्मादेवरा पुरुष व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक की संभावना है और अगर अनुभवी राय, जो पेरिस में अपना चौथा ओलंपिक खेलेंगे, समय के दबाव में नहीं आते हैं, तो टीम में पदक की संभावना बढ़ जाएगी.

पुरुष और महिला दोनों टीमें अपनी मौजूदा विश्व रैंकिंग के आधार पर पेरिस 2024 के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं. मौजूदा विश्व तीरंदाजी रैंकिंग के अनुसार, भारतीय पुरुष (238 अंक) दक्षिण कोरिया (340) के बाद दूसरे स्थान पर हैं। चीनी ताइपे (226), पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (212) और इटली (207) शीर्ष पांच में शामिल हैं.

सिंह ने कहा, 'ओलंपिक में पदक जीतने के लिए सबसे बड़ा कारक है लड़ने की भावना. उन्होंने कहा सीनियर खिलाड़ियों को आगे आकर टीम का नेतृत्व करना होगा और एकजुट होकर शानदार प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण है. हमने लक्ष्य पर नहीं बल्कि प्रक्रिया पर बहुत जोर दिया है.

यह भी पढ़ें : मोहम्मद शमी की कब होगी मैदान पर वापसी, अगरकर ने दिया जवाब
Last Updated : Jul 22, 2024, 3:03 PM IST
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